नई दिल्ली: भारत की स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट का मानना है कि स्टेडियमों को जल्द से जल्द प्रशिक्षण के लिए खोला जाना चाहिए नहीं तो खिलाड़ी घर पर रहकर हताश होने लगेंगे.
कोरोनावायरस को रोकने के लिए सरकार ने रविवार को लॉकडाउन की अवधि को आगे बढ़ाने का फैसला किया है. इस दौरान स्पोटर्स कॉम्पलेक्स, स्टेडियमों को ल़ॉकडाउन के चौथे चरण में सिर्फ खेल गतिविधियों के लिए ही खोला जाएगा.
विनेश ने सोमवार को मीडिया से कहा, " फिलहाल यह जानना संभव नहीं है कि यह महामारी कब तक जारी रहेगी और इसके लिए हम अपने जीवन को रोक नहीं सकते. हां, इसे लेकर हमें सतर्क रहना होगा, लेकिन कुछ करना होगा."
उन्होंने कहा, "अब स्थिति थोड़ी हताश लग रही है क्योंकि कोई प्रशिक्षण नहीं हो रही है. हम प्रतियोगिताओं के बारे में तो बाद में भी सोच सकते हैं. लेकिन यहां तो कोई प्रशिक्षण भी नहीं है और यह बहुत निराशाजनक है."
2018 एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश ने कहा कि इस समय वह अपनी बहन के साथ घर पर ही प्रशिक्षण कर रही है.
महिला पहलवान ने कहा, " मैट के बिना यह उस तरह की प्रशिक्षण नहीं है. लेकिन इस समय कुछ और कर भी नहीं सकते. मैं वहां जा सकती हूं जहां मैं आमतौर पर प्रशिक्षण लेने के लिए जाती हूं और वहां कोई भी नहीं आता है. लेकिन यह एक जोखिम है, इसलिए मैं इससे बच रही हूं."
उन्होंने आगे कहा, "इसके अलावा फिलहाल कोई प्रतिस्पर्धा भी नहीं है इसलिए मैं खुद पर ज्यादा दबाव भी नहीं दे रही हूं. मैं अभी इस समय का उपयोग खुद को फिट रखने के लिए कर रही हूं."
विनेश ने कहा कि घर में डेली प्रशिक्षण करना उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए उतनी ही मददगार है जितनी कि उनके शरीर के लिए है.
उन्होंने कहा, "एथलीटों के बारे में इस समय जो बात है वह यह कि अगर हमें लंबे समय तक प्रशिक्षण से दूर रखा जाता है, तो हमें उस मानसिकता को दूर करने की जरूरत है. मुझे इस तरह से एक जगह पर रहने की आदत नहीं है. इसलिए जितना संभव हो सके मैं उतना प्रशिक्षण जारी रख रही हूं. यह एक मुख्य कारण है कि मैं क्यों प्रशिक्षण ले रही हूं. मैं घर पर खुद को शांत और अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रशिक्षण कर रही हूं."