भोपाल : मध्य प्रदेश राज्य को इस बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी का मौका मिला है. 30 जनवरी से चल रहे इंडिया यूथ गेम्स में कई तरह के खेलों का आयोजन किया गया है. लोगों में बॉक्सिंग की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है. लद्दाख के कारगिल से एक बॉक्सिंग टीम भोपाल आई है और इस टीम में नुसरत फातिमा हिजाब पहनकर बॉक्सिंग रिंग में उतरेंगी.
जब हमने नुसरत फातिमा से उनके संघर्ष की कहानी जानने की कोशिश की तो नुसरत फातिमा ने बताया कि मैं लद्दाख के कारगिल की रहने वाली हूं. उन्होंने कहा कि पहले बॉक्सिंग में हिजाब पहनकर खेलने की इजाजत नहीं थी. लेकिन जब हिजाब पहनकर बॉक्सिंग खेलने की इजाजत मिली तो कई लड़कियों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई.
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नुसरत ने कहा, मैं पहले ताइक्वांडो खेलती थी, लेकिन इस खेल में मेरी खास दिलचस्पी नहीं थी. जब लड़कियों को हिजाब में बॉक्सिंग करने की इजाजत मिली तो मैंने दोबारा बॉक्सिंग रिंग में उतरने का फैसला किया. जब नुसरत से पूछा गया कि वह कारगिल में मुक्केबाजी का अभ्यास कैसे करती हैं, तो उन्होंने कहा कि हम सर्दियों के मौसम में बिल्कुल भी अभ्यास नहीं कर सकते हैं.
नुसरत ने कहा कि महिलाओं के लिए हिजाब इस्लाम का अहम हिस्सा है और जब मैं बॉक्सिंग रिंग में हिजाब पहनकर उतरती हूं तो लोग मुझसे पूछते हैं कि क्या मैं मुस्लिम हूं तो मैं उन्हें जवाब देती हूं कि हां मैं मुस्लिम हूं और मुझे बहुत अच्छा लगता है.
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नुसरत का कहना है कि यह तो शुरुआत है, मैं ओलंपिक में जाना चाहती हूं और भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतना चाहती हूं. यह मेरा बड़ा सपना है. नुसरत ने कहा कि लड़कियों को कमजोर समझा जाता है, लेकिन अगर मैं लड़की या लड़का होता तो यहां सेलेक्ट होना और गोल्ड मेडल हासिल करना ही मेरा लक्ष्य होता. नुसरत ने कहा कि वह हिजाब पहनकर बॉक्सिंग रिंग में खेलेंगी और भारत के लिए ओलंपिक में खेलकर देश के लिए गोल्ड मेडल जीतेंगी.