भुवनेश्वर: भारतीय महिला हॉकी टीम को इस सप्ताह के अंत में कलिंगा स्टेडियम में डबल हेडर वाली एफआईएच हॉकी प्रो लीग में जर्मनी के खिलाफ बेहतर करने की उम्मीद होगी. जर्मनी ने साल 2021 में टोक्यो ओलंपिक में महिला हॉकी प्रतियोगिता में भारत को हराया था. जर्मनी से 2-0 की हार के बावजूद भारतीय महिला टीम प्रारंभिक ग्रुप में चौथे स्थान पर रही.
इसके बाद कहानी ने एक मोड़ लिया, क्योंकि भारत ने अर्जेंटीना और ग्रेट ब्रिटेन से हारने से पहले क्वॉर्टर में ऑस्ट्रेलिया को हराकर अंतत: चौथा स्थान हासिल किया. दूसरी ओर जर्मनी क्वॉर्टर फाइनल में अर्जेंटीना से हार गया.
भारत ने पहले मैच में चीन को 7-1 और फिर दूसरे मैच में 2-1 से हराया. भुवनेश्वर में भारत ने स्पेन को 2-1 से हराया, लेकिन फिर 27 फरवरी को कलिंगा स्टेडियम में अगले मैच में 3-4 से हार गया. इसलिए, जब वे शनिवार को डबल-हेडर के पहले मैच में जर्मनी से भिड़ेंगे, तो भारत एफआईएच रैंकिंग में पांचवें नंबर की यूरोपीय टीम से अपनी 2-0 की हार का बदला लेने की उम्मीद कर रहा होगा.
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जर्मनी के पास फिलहाल 4-1 की बढ़त है, लेकिन उनको भारत की गर्म और आर्द्र परिस्थितियों में खेलने का कोई अनुभव नहीं है, खासकर भुवनेश्वर में. जर्मनी टीम की कप्तान लिसा नोल्टे ने कहा, हां, हम इन परिस्थितियों में कभी नहीं खेले. मौसम काफी गर्म है और उमस भी अधिक है, लेकिन हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का भरोसा है. जर्मन भारतीयों से सावधान हैं, वे तेज और आक्रामक खेल खेलते हैं. वे यह भी उम्मीद करते हैं कि भारतीय घरेलू परिस्थितियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे.
उन्होंने कहा, भारतीय लड़कियां बहुत तेज हैं और उनके पास अच्छा कौशल है. मौसम इतना गर्म है और भारतीय लड़कियों के लिए फायदेमंद हो सकता है. लेकिन हमें उम्मीद हैं कि हम दबाव को संभाल लेंगे और अच्छा प्रदर्शन करेंगे.
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अपने पहले दो प्रो लीग मैचों में पड़ोसी देश बेल्जियम के खिलाफ दो हार झेलने के बाद जर्मनी भारत के खिलाफ मैच में उतर रहा है. लेकिन वह अक्टूबर 2021 में था और तब से उन्होंने इस प्रतियोगिता में कोई मैच नहीं खेला है. अब उनके पास बचे हुए समय में काफी मैच खेलने हैं. भारतीयों को जर्मन जवाबी हमले की रणनीति से बचना होगा, क्योंकि यूरोपीय टीम को एक मजबूत बचाव के लिए जानी जाती है और अपने विरोधियों को त्वरित ब्रेक के साथ आश्चर्यचकित करने में सक्षम है.
उपकप्तान डीप ग्रेस एक्का ने कहा, जर्मन अपने मजबूत बचाव के लिए जाने जाते हैं. हमें उनसे पार पाने के अपने मौके का फायदा उठाना होगा. कप्तान और अनुभवी गोलकीपर सविता ने कहा कि खिलाड़ियों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का भरोसा है. उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में अपनी मानसिक मजबूती पर काम किया है और दबाव से निपटने के लिए तैयार हैं.