नई दिल्ली: भारत के महान बॉक्सर और साई में सीनियर कोच डिंको सिंह को इस्टिट्यूट ऑफ लीवर ऐंड बिलिअरी साइंसेस (आईएलबीएस) हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
उन्हे कैंसर टेस्ट के लिए भर्ती कराया गया है. 2017 में कैंसर को मात दे चुके डिंको सिंह को सबसे बड़ी चिंता आर्थिक मदद की है. अर्जुन अवार्ड विजेता डिंको सिंह ने कहा कि अगर कैशलेस ट्रीटमेंट की व्यवस्था हो जाए तो वे मानसिक दबाव से छुटकारा मिल जाएगा.
मशहूर बॉक्सर डिंको सिंह के फैंस के लिए बुरी खबर, अस्पताल में हुए भर्ती
साई के सीनियर कोच डिंको सिंह को कैंसर टेस्ट के लिए भर्ती इस्टिट्यूट ऑफ लीवर ऐंड बिलिअरी साइंसेस (आईएलबीएस) हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
नई दिल्ली: भारत के महान बॉक्सर और साई में सीनियर कोच डिंको सिंह को इस्टिट्यूट ऑफ लीवर ऐंड बिलिअरी साइंसेस (आईएलबीएस) हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
उन्हे कैंसर टेस्ट के लिए भर्ती कराया गया है. 2017 में कैंसर को मात दे चुके डिंको सिंह को सबसे बड़ी चिंता आर्थिक मदद की है. अर्जुन अवार्ड विजेता डिंको सिंह ने कहा कि अगर कैशलेस ट्रीटमेंट की व्यवस्था हो जाए तो वे मानसिक दबाव से छुटकारा मिल जाएगा.
मशहूर बॉक्सर डिंको सिंह के फैंस के लिए बुरी खबर, अस्पताल में हुए भर्ती
साई के सीनियर कोच डिंको सिंह को कैंसर टेस्ट के लिए भर्ती इस्टिट्यूट ऑफ लीवर ऐंड बिलिअरी साइंसेस (आईएलबीएस) हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
नई दिल्ली: भारत के महान बॉक्सर और साई में सीनियर कोच डिंको सिंह को इस्टिट्यूट ऑफ लीवर ऐंड बिलिअरी साइंसेस (आईएलबीएस) हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
उन्हे कैंसर टेस्ट के लिए भर्ती कराया गया है. 2017 में कैंसर को मात दे चुके डिंको सिंह को सबसे बड़ी चिंता आर्थिक मदद की है. अर्जुन अवार्ड विजेता डिंको सिंह ने कहा कि अगर कैशलेस ट्रीटमेंट की व्यवस्था हो जाए तो वे मानसिक दबाव से छुटकारा मिल जाएगा.
दरअसल, डॉक्टरों ने लीवर कैंसर की संभावना को लेकर परीक्षण किया, जो उन्हें तीन साल पहले था और सफलतापूर्वक इलाज भी किया गया था.
उन्होंने कहा, 'मुझे पीलिया हुआ था, जिसके बाद यहां ईलाज के लिए आना पड़ा. अब तक, परीक्षणों में कुछ भी संदिग्ध नहीं दिखा है, लेकिन डॉक्टर कोई भी मौका नहीं लेना चाहते हैं. मंगलवार को, वे अन्य बायोप्सी, एंडोस्कोपी और अल्ट्रासाउंड आयोजित करेंगे ताकि ये पता लगाया जा सके कि कोई दिक्कत तो नहीं है. लगता है, मैं यहां लंबे समय के लिए हूं.'
उन्होंने बताया, 'स्पॉर्ट्स अथ्यॉरिटी ऑफ इंडिया के एसएजी के क्षेत्रीय प्रबंधक की ओर से 50 हजार रुपये उपचार के लिए अग्रिम राशि मिली थी. इसमें से हॉस्पिटल में ऐडमिशन फीस के रूप में 25 हजार रुपये जमा कराना पड़ा. मेरे आने में भी कुछ पैसे खर्च हुए. मुझे नहीं पता यहां कितना समय तक रुकना होगा. 28 जनवरी से अब तक डेढ़ लाख रुपये के आस-पास खर्च हो चुके हैं.'
उल्लेखनीय है कि डिंको सिंह भारत के सबसे अच्छे बॉक्सर्स में से एक रहे हैं. मणिपुर के रहने वाले डिंको सिंह ने केवल 19 साल की उम्र में एशियन गेम्स में बॉक्सिंग में गोल्ड जीता था.
साल 2013 में उन्हें पद्मश्री अवॉर्ड से भी नवाजा गया था. अभी डिंको 100 से भी ज्यादा युवा बॉक्सर्स को कोचिंग दे रहे हैं.
Conclusion: