गुलमर्ग: खेलों इंडिया विंटर खेलों के बहाने देशभर से जुटे करीब 900 खिलाड़ी मिनी इंडिया की सुनहरी तस्वीर पेश कर रहे हैं. साथ ही कश्मीर की संस्कृति और मेहमान नवाजी के कायल भी हो रहे हैं
ईटीवी भारत ने खेलों इंडिया विंटर खेलों के दौरान जम्मू और कश्मीर के पहला शीतकालीन ओलंपियन गुल मुस्तफा देव से खास बातचीत की. उन्होंने 1988 में कनाडा के कैलगरी में हुए शीतकालीन ओलंपिक में भाग लेकर देश और जम्मू-कश्मीर नाम रोशन किया था.
ईटीवी भारत के साथ एक विशेष बातचीत के दौरान, उन्होंने अपनी ओलंपिक यात्रा और जम्मू कश्मीर घाटी में स्कीइंग खेल के भविष्य के बारे में विस्तार से बात की.
1986 में आयोजित राष्ट्रीय स्कीइंग प्रतियोगिता में गुल ने जाईट स्लैल और स्लैलम’ स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था.
1988 विंटर ओलंपिक खेलों के अपने अनुभव के भारे में बात करते हुए गुल ने ईटीवी भारत को बताया कि ओलंपिक खेल के लिए चुने जाना मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी. यह उनके लिए सपने के सच होने जैसा था.
गुल ने बताया कि, 'ये पहली बार था कि कोई जम्मू-कश्मीर का निवासी पहली बार विंटर ओंलपिक खेलों में भाग ले रहा था. ये मेरे लिए बहुत गौरव की बात थी. मैं अभी भी उन पलों को याद कर गौरवनित महसूस करता हूं.'
![खेलों इंडिया विंटर खेल](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/6363790_khelo-india-new.jpg)
उन्हें राज्यपाल एनएन वोहरा द्वारा खेल के क्षेत्र में योगदान के लिए पुरस्कार भी मिला. उन्होंने ये भी बताया कि “मुझे एक स्कीइंग प्रशिक्षक के रूप में नौकरी भी मिली और वर्तमान में मैं मुख्य स्कीइंग प्रशिक्षक हूँ. "
उन्होंने ये भी बताया कि मैने चीन में आयोजित 14 वें जूनियर एशियाई खेलों के लिए भारतीय स्कीइंग टीम को भी कोचिंग दी है.
जम्मू और कश्मीर के पहले ओलंपियन ने बताया कि, "स्विस और फ्रेंच स्कीइंग संघों ने मुझे अपने खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने की पेशकश की, लेकिन मैंने आकर्षक प्रस्तावों को स्वीकार नहीं किया," उन्होंने ये भी कहा कि हमारे राज्य में प्रतिभा की कोई कमी नहीं थी.'
जम्मू और कश्मीर से पहले और एकमात्र ओलंपियन होने के नाते राज्य सरकार ने गुल को शेरी-ए-कश्मीर पदक से सम्मानित किया. 2011 में गुल को राज्य के तत्कालीन पर्यटन मंत्री नवांग रिग्जिन जोरा से 'ओलंपियन अवॉर्ड' मिला.