हैदराबाद: भारत के लिए ओलंपिक मेडल उम्मीदवार टेबल टेनिस खिलाड़ी जी साथियान को उम्मीद है कि वो ओलंपिक में अपना टॉप गेम खेलेंगे और देश के लिए मेडल लाने की कोशिश करेंगे.
Q. ओलंपिक के दौरान टोक्यो में तापमान और वातावरण की स्थिति लगभग भारत के दक्षिणी हिस्से की तरह ही रहेगी. क्या इससे मदद मिलेगी?
A. टोक्यो में तापमान लगभग 20-24 डिग्री होना चाहिए. हालांकि चेन्नई अब बेहद गर्म है. थोड़े से टोक्यो जैसे हालात हैं. यहां बहुत तेजी से बारिश होने लगती है और जापान में भी जुलाई में थोड़ी बारिश हो सकती है. लेकिन तापमान में अंतर होगा. हालांकि हां, ये अमरीका या पश्चिमी देशों की तरह पूरी तरह से अलग नहीं होने वाला है.
Q. तापमान के अलावा और कौन सी ऐसे हालात हैं जिनकी आपको आदत डालनी होगी?
A. हम बड़े खिलाड़ियों पर नजर बनाए हुए हैं. हमें उनकी खेल शैली के अनुसार खुद को ढालना होगा. एक और बात ये है कि जापान में अभ्यस्त होने के लिए हमें यहां सुबह जल्दी उठना होगा क्योंकि वो हमसे समय में आगे हैं. एक बार जब हमें इसकी आदत हो जाती है, तो जेटलैग से निपटना आसान हो जाएगा. वहीं ये सब कोशिशें हमको तबसे करनी होंगी जब हम ओलंपिक के करीब पहुंच जाएंगे.
Q. खेल के मानसिक पहलू के बारे में बात करते हैं. आप ओलंपिक के इर्द-गिर्द घूम रहीं सभी चर्चाओं से कैसे निपट रहे हैं और क्या इससे आपके प्रशिक्षण पर असर पड़ा है?
A. ओलंपिक खेलों का एक बड़ा टूर्नामेंट है इसलिए ये थोड़ी चिंता पैदा करता है. मैं बहुत ज्यादा समाचार पढ़ने से बचता हूं. जापान में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने आश्वस्त किया है कि ओलंपिक होंगे. इसमें कोई शक नहीं है. जहां तक ट्रेनिंग की बात है तो मैंने कभी अपनी ट्रनिंग नहीं रोकी. किसी तरह की दिक्कत महसूस नहीं की. मैं इन चीजों को नियंत्रित नहीं कर सकता. मैं केवल अपने प्रशिक्षण और शासन को नियंत्रित कर सकता हूं. ये मेरा पहला ओलंपिक है और मैं वास्तव में इसे यादगार बनाना चाहता हूं.
Q. क्या आपके खेल का कोई ऐसा पहलू है जिससे आपके विरोधियों को सावधान रहना चाहिए?
A. ऐसा कुछ नहीं है जो आपके पास है और शीर्ष स्तर के दूसरे खिलाड़ियों के पास नहीं है. उस विशेष दिन (मैच के दिन) पर अलग रणनीति लाने से फर्क पड़ता है. मेरी ताकत मेरी तेजी है.