करनाल: चीन में चल रहे एशियन गेम्स भारतीय खिलाड़ी विभिन्न खेलों में अच्छा प्रदर्शन करके देश की झोली में मेडल डाल रहे हैं. वहीं, करनाल से बॉक्सर निशांत देव भी चीन में एशियाई गेम में अपना दम-खम दिखाते हुए फ्री क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं. आज उनका दूसरा मुकाबला चीन के वोग पेंग बॉक्सर के साथ होगा. इस मुकाबले में निशांत की जीत के काफी असर दिखाई दे रहे हैं. वहीं, भारत को इस मुक्केबाज से गोल्ड की काफी उम्मीदें हैं. निशांत का पहला मुकाबला नेपाल के मुक्केबाज लामा दीपेश के साथ हुआ था, जिसमें निशांत ने उनको 5-0 से हराया था.
वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुके हैं निशांत: बता दें कि 22 वर्षीय निशांत ने करनाल के कोट महोला की तंग गलियों से देश ही नहीं विदेश में भी उन्होंने बॉक्सिंग की दुनिया में एक अलग पहचान बनाई है. निशांत देश को वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक दिला चुके हैं. अब एक बार फिर उनसे चीन में आयोजित एशियाई गेम्स में गोल्ड की उम्मीद की जा रही है.
निशांत ने आज से करीब 10 वर्ष पहले ही बॉक्सिंग की दुनिया में कदम रखा था. वह पिछले कई वर्षों से लगातार अभ्यास कर रहा है, जिसके चलते अब देश के लिए मेडल लाने का काम कर रहा है. निशांत 63 से 71 किलो वर्ग कैटेगरी में बॉक्सिंग करता है. चीन में जाने से पहले निशांत ने पटियाला में अकादमी में काफी मेहनत की है. पटियाला में उसका कैंप हुआ था, जहां पर उसने विदेशी खिलाड़ियों के साथ भी कई बार प्रैक्टिस मैच मैच किए थे, जिसमें उसका काफी अच्छा प्रदर्शन था. - पवन, मुक्केबाज निशांत के पिता
क्या कहते हैं निशांत के कोच?: वहीं, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के बॉक्सिंग कोच और निशांत के कोच राजेश कहते हैं 'निशांत ने शुरुआती समय में करनाल में ही बॉक्सिंग की ट्रेनिंग ली थी. स्कूल समय तक वह करनाल में ही ट्रेनिंग लेता रहा, लेकिन उसके बाद जब उसका दाखिला कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में हुआ. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आने के बाद उसने हमसे कोचिंग ली है. निशांत एक बहुत ही मेहनती लड़का है और अपने खेल के प्रति काफी समर्पित है.'
निशांत विश्व के टॉप 10 खिलाड़ियों में शुमार: बता दें कि, बॉक्सिंग कोच राजेश इंटरनेशनल बॉक्सर मनोज कुमार के बड़े भाई हैं, ऐसे में निशांत बीच-बीच में बॉक्सर मनोज कुमार से भी ट्रेनिंग लेते रहते थे. निशांत आज विश्व के टॉप 10 खिलाड़ियों में शुमार है. वहीं, निशांत के कोच राजेश को भी उम्मीद है कि निशांत गोल्ड जीतकर देश का मान बढ़ाएंगे.
निशांत की उपलब्धियां: निशांत के पिता ने बताया 'निशांत ने 2012 से बॉक्सिंग की दुनिया में कदम रखा था. 2019 में निशांत ने राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल किया था. 2019 में खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गोल्ड मेडल जीत कर भारतीय बॉक्सिंग में करनाल का नाम रोशन किया था. 2021 में राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप में निशांत ने गोल्ड मेडल जीता था. उसके बाद ही वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए निशांत को चुना गया था. 2021 में सबसे पहले उन्होंने सर्बिया में आयोजित एलिट वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में क्वार्टर फाइनल में पहुंचकर अपनी एक अलग पहचान बनाई थी. उसके बाद फिर 2023 में उज्बेकिस्तान में आयोजित वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में उसने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था.