नई दिल्लीः भारतीय पहलवान अमन सहरावत (Aman Sehrawat) ने स्पेन में चल रही U23 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप (U23 World Wrestling Championships) में गोल्ड मेडल जीत कर इतिहास रच दिया. 18 साल के अमन ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 57 किग्रा स्पर्धा के फाइनल में तुर्की के पहलवान अहमत डूमन के खिलाफ 12-4 से जीत दर्ज की. इस टूर्नामेंट में ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और रवि दहिया भी कभी भी गोल्ड नहीं जीत पाए और उन्होंने केवल रजत पदक जीते हैं.
अमन ने इससे पहले प्री-क्वार्टर फाइनल में श्रीलंका की हंसाना मदुशंका को 11-0 से और क्वार्टर फाइनल में जापान की तोशिया आबे को 13-2 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था. सेमीफाइनल में, उन्होंने किर्गिस्तान के बेकजत अल्माज को 10-5 से हराकर मेडल पक्का कर लिया था, लेकिन फाइनल में उन्होंने इसे गोल्ड में बदल दिया. U23 विश्व चैंपियनशिप में भारत का ये छठा पदक था.
वहींं, अंकुश ने महिला कुश्ती 50 किग्रा स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता. मानसी अहलावत ने महिला कुश्ती 59 किग्रा स्पर्धा में ब्रान्ज मेडल जीता, जबकि नितेश और विकास ने ग्रीको-रोमन शैली में क्रमशः 97 किग्रा और 72 किग्रा स्पर्धा में ब्रान्ज मेडल जीते. साजन भानवाला पहले अंडर 23 विश्व चैम्पियनशिप में मेडल जीतने वाले पहले भारतीय ग्रीको-रोमन पहलवान बने. हरियाणा (Haryana) के जिले झज्जर के भरोड़ गांव के अमन पिछले कई सालों से दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में ट्रेनिंग कर रहे हैं.
भारत के लिए यूथ लेवल पर कई मेडल्स जीत चुके हैं. अमन ने जून में बोलट तुर्लीखानोव कप में भी गोल्ड मेडल जीता था. उस टूर्नामेंट में बजरंग पुनिया ने ब्रान्ज मेडल जीता था. अमन के पिता सोमवीर ने उन्हें छत्रसाल स्टेडियम (Chhatrasal Stadium Delhi) में भर्ती करवाया था. जब वो 13 साल का था तब उसके पिता की मृत्यु हो गई. मां कमलेश पहले ही गुजर चुकी थीं.
भारत ने इस चैंपियनशिप में कुल छह मेडल्स जीते. भारत से सिर्फ नौ पहलवानों ने इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया. भारत ने कुल 30 पहलवानों को हिस्सा लेने के लिए चुना था, पर वीजा की समस्याओं के चलते बाकी पहलवान स्पेन नहीं जा सके थे.