ETV Bharat / sports

94 साल की स्प्रिंटर दादी ने लगाई गजब की रेस, 3 मेडल जीतकर फिनलैंड में लहराया भारत का परचम

अगर इंसान खुद की जीत के लिए अड़ जाए तो क्या कुछ नहीं कर सकता. आपके अंदर अगर जीत की जिद है, तब आपकी उम्र, आपकी स्थिति या आपके हालात कुछ भी मायने नहीं रखता. इस बात की नजीर पेश की है, 94 साल की भगवानी देवी डागर ने. भगवानी ने भारत के लिए एक स्वर्ण और दो कांस्य पदक जीते हैं. भगवानी हरियाणा की रहने वाली हैं, इनके पौते विकास डागर इंटरनेशनल पैरा एथलीट हैं.

Sprinter dadi Bhagwani Devi wins  खेल समाचार  Bhagwani Devi won  Who is Bhagwani Devi  Sports News  Bhagwani Devi Wins Gold Medal  World Masters Athletics Championship  94 साल की भगवानी देवी  भगवानी देवी ने जीता गोल्ड मेडल  वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप  फिनलैंड
Sprinter dadi Bhagwani Devi wins
author img

By

Published : Jul 11, 2022, 3:49 PM IST

Updated : Jul 11, 2022, 5:08 PM IST

हैदराबाद: जिस उम्र में अमूमन लोग ठीक ढंग से उठ-बैठ नहीं पाते, उस उम्र में भगवानी देवी ने विदेश में भारत के तिरंगे का माना बढ़ाया है. भगवानी ने सीनियर सिटीजन कैटेगरी में 100 मीटर रेस का गोल्ड जीता तो वहीं शॉटपुट में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है.

फिनलैंड के टेम्परे में वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 'स्प्रिंटर दादी' भगवानी ने 100 मीटर स्प्रिंट इवेंट में यह कमाल कर दिखाया है. उन्होंने 24.74 सेकंड के टाइम के साथ गोल्ड मेडल अपनी झोली में डाला. साथ ही शॉटपुट यानी गोला फेंक में भी ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है. तिरंगा वाली जर्सी में, जिस पर इंडिया लिखा है, वह मेडल दिखाते नजर आ रही हैं.

यह भी पढ़ें: निशानेबाजी विश्व कप: अर्जुन बबूता ने 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण जीता

बता दें, भगवानी देवी की यह तस्वीर वायरल हो रही है और हर कोई उनकी हिम्मत की दाद दे रहा है. मिनिस्ट्री ऑफ यूथ अफेयर्स एंड स्पोर्ट्स ने ऑफिशल ट्विटर अकाउंट पर उनकी तस्वीर को पोस्ट करते हुए तारीफ की है. मिनिस्ट्री की ओर से लिखा गया, भारत की 94 साल की भगवानी देवी ने एक बार फिर बतला दिया है कि उम्र तो सिर्फ संख्या है. उन्होंने गोल्ड और और ब्रॉन्ज मेडल जीता. वाकई में साहसिक प्रदर्शन.

भगवानी देवी डागर मुख्य रूप से हरियाणा के खिड़का गांव से हैं. वह देशवात्र गौत्र से संंबंध रखती हैं. भगवानी की शादी मलिकपुर गांव में डागर परिवार में हुई थी. इनके पौते विकास डागर अंतर्राष्ट्रीय पैरा एथलीट हैं.

हैदराबाद: जिस उम्र में अमूमन लोग ठीक ढंग से उठ-बैठ नहीं पाते, उस उम्र में भगवानी देवी ने विदेश में भारत के तिरंगे का माना बढ़ाया है. भगवानी ने सीनियर सिटीजन कैटेगरी में 100 मीटर रेस का गोल्ड जीता तो वहीं शॉटपुट में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है.

फिनलैंड के टेम्परे में वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 'स्प्रिंटर दादी' भगवानी ने 100 मीटर स्प्रिंट इवेंट में यह कमाल कर दिखाया है. उन्होंने 24.74 सेकंड के टाइम के साथ गोल्ड मेडल अपनी झोली में डाला. साथ ही शॉटपुट यानी गोला फेंक में भी ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है. तिरंगा वाली जर्सी में, जिस पर इंडिया लिखा है, वह मेडल दिखाते नजर आ रही हैं.

यह भी पढ़ें: निशानेबाजी विश्व कप: अर्जुन बबूता ने 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण जीता

बता दें, भगवानी देवी की यह तस्वीर वायरल हो रही है और हर कोई उनकी हिम्मत की दाद दे रहा है. मिनिस्ट्री ऑफ यूथ अफेयर्स एंड स्पोर्ट्स ने ऑफिशल ट्विटर अकाउंट पर उनकी तस्वीर को पोस्ट करते हुए तारीफ की है. मिनिस्ट्री की ओर से लिखा गया, भारत की 94 साल की भगवानी देवी ने एक बार फिर बतला दिया है कि उम्र तो सिर्फ संख्या है. उन्होंने गोल्ड और और ब्रॉन्ज मेडल जीता. वाकई में साहसिक प्रदर्शन.

भगवानी देवी डागर मुख्य रूप से हरियाणा के खिड़का गांव से हैं. वह देशवात्र गौत्र से संंबंध रखती हैं. भगवानी की शादी मलिकपुर गांव में डागर परिवार में हुई थी. इनके पौते विकास डागर अंतर्राष्ट्रीय पैरा एथलीट हैं.

Last Updated : Jul 11, 2022, 5:08 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.