बेंगलुरू: भारतीय पुरुष हॉकी टीम के डिफेंडर गुरिंदर सिंह का मानना है कि टीम सही दिशा में आगे बढ़ रही है और टोक्यो ओलंपिक के लिए जिस तरह की तैयारी की जरूरत है, वैसी ही तैयारी करने के लिए वो धीरे धीरे कर रही है.
गुरिंदर ने कहा, "हम धीरे-धीरे उन स्तरों को प्राप्त कर रहे हैं जिन्हें हम लॉकडाउन के बाद हासिल करना चाहते थे. मुझे लगता है कि अक्टूबर के महीने में सत्रों की तीव्रता बढ़ रही है और नवंबर में गति जारी रखने से हमें विशेष रूप से फिटनेस और गति के मामले में सही राह पर वापसी करने में मदद मिली है."
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गुरिंदर का मानना है कि बायो बबल में ट्रेनिंग ने खिलाड़ियों को नई चीजें सिखाया है.
उन्होंने कहा, "सामान्य समय में, हम शहर में जाएंगे, भोजन और आराम करने के लिए नए स्थानों का पता लगाएंगे. ये आउटिंग एक और व्यस्त सप्ताह की शुरूआत से पहले खुद को ताजा करने के लिए आदर्श तरीके के रूप में काम करेगी."
गुरिंदर ने कहा, "अब, जब हम बायो बबल में रहते हैं, तो हमें आराम करने और खुद को तरोताजा करने के नए तरीके खोजने होंगे. हम में से कुछ लोग संगीत सुनते हैं, फिल्में देखते हैं या किताबें पढ़ते हैं. हम में से कुछ साई में विभिन्न सुविधाओं की खोज कर रहे हैं, विभिन्न खेलों की कोशिश कर रहे हैं, शायद वॉलीबॉल, फुटबॉल या यहां तक कि क्रिकेट. सभी खेल एसओपी दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है."