भुवनेश्वर: टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे और वर्तमान में भारतीय जूनियर हॉकी टीम के कप्तान विवेक सागर प्रसाद का मानना है कि FIH (अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ) जूनियर विश्व कप खिताब के बचाव के लिए खिलाड़ियों में टीम को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी.
भारतीय टीम पूल बी में फ्रांस के खिलाफ बुधवार को जूनियर हॉकी विश्व कप के पहले मुकाबले में उतरेगी. 16 देशों के इस टूर्नामेंट का आयोजन यहां के कलिंगा स्टेडियम में किया जा रहा है.
प्रसाद ने कहा कि वह टीम के साथी खिलाड़ियों को तोक्यो ओलंपिक के अनुभव के बारे में बतायेंगे.
उन्होंने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हमने सीनियर टीम के खिलाफ कुछ अभ्यास मैच खेले हैं. वह अनुभव मददगार होगा. किसी भी टूर्नामेंट में शुरुआती मैच हमेशा महत्वपूर्ण होता है."
उन्होंने कहा, "सीनियर टीम के साथ रहने के दौरान, मैंने बड़े मंच पर कई सबक सीखे हैं जैसे टीम हमेशा पहले आती है. मेरा काम टीम को एक साथ रखना और जितना हो सके ओलंपिक अनुभव को आगे बढ़ाना होगा."
भारतीय पुरुष हॉकी के मुख्य कोच ग्राहम रीड ने कहा कि उनका काम सिर्फ जूनियर टीम के कोच बीजे करियप्पा की मदद करना था, जो पिछले डेढ़ साल से युवाओं के साथ हैं.
रीड ने कहा, "वे पिछले कुछ वर्षों से करियप्पा की देखरेख में बेंगलुरु में काम कर रहे हैं. मेरा काम सिर्फ उनकी मदद करना था. इतने कम समय में ज्यादा कुछ करना बहुत मुश्किल है."
रीड ने कहा कि जूनियर विश्व कप हमेशा सीनियर टीम के लिए प्रतिभाओं को खोजने का एक बड़ा मंच रहा है.
उन्होंने कहा, "यह एक स्वाभाविक प्रगति है. मैं विश्व कप से ऐसे खिलाड़ियों के निकलने की उम्मीद कर रहा हूं जो जरूरत पड़ने पर राष्ट्रीय टीम में आ सके. यह टूर्नामेंट नये खिलाड़ियों को तलाशने के लिए अच्छा मंच है."
उन्होंने कहा, "अगर से खिलाड़ी 2016 जूनियर विश्व कप विजेता टीम के कुछ खिलाड़ियों की तरह प्रतिभा दिखाते हैं, तो हम कह सकते हैं कि भारत विश्व हॉकी में एक मजबूत स्थिति में रहेगा."
जूनियर विश्व कप 2016 का खिताब जीतने वाली भारतीय टीम में शामिल रहे नौ खिलाड़ियों ने टोक्यो ओलंपिक खेला था.