बेंगलुरू: भारतीय महिला हॉकी टीम की अनुभवी फॉरवर्ड लालरेमसियामी ने कहा है कि 2017 का एशिया कप उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट था.
20 साल की लालरेमसियामी भारत के लिए अब तक 64 मैच खेल चुकी है. वो FIH महिला सीरीज फाइनल्स और पिछले साल FIH हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर में भारतीय टीम की जीत का हिस्सा रह चुकी हैं.
लालरेमसियामी ने कहा, "एशिया कप 2017 मेरे लिए पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में से एक था और इसलिए टूर्नामेंट में प्रदर्शन करना मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण था. प्रतियोगिता में अच्छा खेलने के बाद मेरे खेल में मेरा आत्मविश्वास और बढ़ा. हमने उस टूर्नामेंट को भी जीतने के बाद 2018 विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया, इसलिए एशिया कप 2017 मेरे लिए हमेशा खास रहेगा."
कप्तान रानी रामपाल का लालरेमसियामी पर बहुत बड़ा प्रभाव रहा है. जब वो 2017 में पहली बार भारतीय टीम में शामिल हुई थी, तो उन्हें नहीं पता था कि उन्हें हिंदी में कैसे बोलना है.
रानी, जो लालरेमसियामी की रूममेट थी, ने उन्हें हिंदी सिखाई. रानी साथ ही मिजोरम की लालरेमसियामी को उनके खेल में मदद करने के लिए हमेशा वहां थी.
लालरेमसियामी ने कहा, "मैं भारतीय टीम में शामिल होने से पहले रानी दीदी और अन्य सीनियर खिलाड़ियों को टीवी पर देखती थी. इसलिए रानी जैसे खिलाड़ी के साथ खेलना शानदार है. वो मेरी पसंदीदा खिलाड़ी हैं और मुझे उम्मीद कि एक मैं उनके जैसा खिलाड़ी बनूंगी. वो हमेशा मेरे साथ रही हैं."