कोल्हापुर: टूर्नामेंट का पांचवां संस्करण अगले साल होने वाले अंडर -17 विश्व कप के लिए प्रतिभाओं को तलाशने का काम करेगा. इसमें कुल 27 टीमें भाग ले रही हैं, जिन्हें आठ ग्रुप में बांटा जाएगा और प्रत्येक ग्रुप के विजेता को क्वार्टर फाइनल में जगह मिलेगी.
पहले तीन संस्करण मणिपुर ने जीते थे जबकि तमिलनाडु ने पिछले साल कटक में यह ट्रॉफी उठाई थी. ग्रुप-बी में दिल्ली, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश की टीमों का सामना मौजूदा विजेताओं से होगा.
यह भी पढें: संतोष ट्रॉफी: गोवा को हराकर फाइनल में पहुंचा पंजाब
आठ दिन तक चला नेशनल कैंप
आठ दिन तक चले हर स्टेट के कैंप में काफी खिलाड़ियों ने भाग लिया था. सभी कैंप्स के खत्म होने के बाद 17 अप्रैल को फाइनल लिस्ट जारी की गई. कैंप में प्रतिदिन खिलाड़ियों को 7 घंटे ट्रेनिंग दी जाती थी.
मैच रेफरी की नियुक्ति
वहीं इस फुटबॉल चैंपियनशिप के लिए ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन की ओर से मैच अधिकारियों की नियुक्ति की गई है. इस चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ की पांच वुमन रेफरी को तैनात किया गया है. इनमें बिलासपुर से पी. सुमन, रायपुर से शालिनी यादव और आकांक्षा को नियुक्त किया गया है. जबकि दुर्ग से पियास बाई और उमा मरकाम को शामिल किया है.