कुआलालंपुर : खेल की महाद्वीपीय संस्था एएफसी की महिला समिति ने महिलाओं के खेल को बढ़ाने की एएफसी की प्रतिबद्धता के अंतर्गत भारत को टूर्नामेंट की मेजबानी देने का फैसला किया.
भारत बेहतर स्थिति में रहा
ऐसा महसूस किया गया कि भारत को इस साल के अंत तक फीफा महिला अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी का अनुभव हो जाएगा जिससे वो तीन बोली लगाने वाले देशों (भारत के अलावा चीनी ताइपे और उज्बेकिस्तान) में बेहतर स्थिति में रहा.
इन स्टेडियमों का दिया सुझाव
एएफसी ने कहा कि भारत ने जिन स्थलों का प्रस्ताव दिया है, उसमें डी वाई पाटिल स्टेडियम, ट्रांस स्टेडिया एरेना और फार्तोडा स्टेडियम शामिल हैं. इन स्टेडियमों को फीफा टूर्नामेंट में भी इस्तेमाल किया जाएगा. भारत ने 2016 में एएफसी अंडर-16 चैम्पियनशिप और 2017 में फीफा अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी की थी.
आठ टीमें क्वार्टरफाइनल के लिए क्वलाीफाई करेंगी
समिति इस बात पर सहमत थी कि देश एएफसी महिला एशिया कप के मानकों को बढ़ाना जारी रखेगा. एएफसी की महिला समिति की अध्यक्षा महफूजा अख्तर कीरोन ने कहा कि भारत में टूर्नामेंट को व्यवसायिक रूप से बड़े स्तर पर पहुंचाने का मौका है और देश महिलाओं के खेल को बढ़ावा देने के लिए भी प्रतिबद्ध है, हालांकि तीनों देश मजबूत थे लेकिन भारत सबसे आगे रहा.
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समिति ने फैसला किया कि एएफसी महिला एशिया कप को आठ से 12 टीमों का कराया जाएगा जो चार टीमों के तीन ग्रुप में खेलेंगे जिसमें से आठ टीमें क्वार्टरफाइनल के लिए क्वलाीफाई करेंगी.