नई दिल्ली: ईस्ट बंगाल के मेहताब सिंह को चेचक होने के कारण उनके क्लब को उन्हें अन्य खिलाड़ियों से अलग रखना चाहिए था लेकिन इसके उलट उन्हें हाल में आईलीग मैच में खेलने की अनुमति दी गई.
इसमें कोई दो राय नहीं कि मैच में उनकी भागीदारी से ईस्ट बंगाल के उनके साथी, विरोधी टीम के खिलाड़ी और इससे भी बढ़कर वे बच्चे जोखिम में पड़े जो मैच से पहले खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतरते हैं. चेचक संक्रामक रोग है.
इस संबंध में जब ईस्ट बंगाल के अधिकारियों से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि मैच के एक दिन बाद इस खिलाड़ी के कोलकाता लौटने के बाद ही उनके रोग की पहचान की गई.
पंजाब एफसी के खिलाफ यह मैच सात दिसंबर को लुधियाना के गुरू नानक स्टेडियम में खेला गया जो 1-1 से बराबर छूटा. मेहताब इस मैच में खेले थे.
पंजाब एफसी के मालिक रंजीत बजाज ने खिलाड़ी और उनके क्लब की आलोचना की और इसके उन्होंने बेवकूफाना और बेहद गैर जिम्मेदाराना हरकत करार दिया.
उन्होंने मीडिया से कहा, "यह बेवकूफाना और बेहद गैरजिम्मेदाराना हरकत है. उसने न सिर्फ मेरे खिलाड़ियों और अपने साथियों को जोखिम में डाला बल्कि हमारे छह सात साल के बच्चों को भी जोखिम में रखा जो मैच से पहले खिलाड़ियों के साथ मैदान पर आते हैं. यह साहसिक नहीं बेवकूफाना हरकत है."