कोलकाता : ईस्ट बंगाल एफसी के एक अधिकारी ने रविवार को कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार की मदद से क्लब का एक निवेशक के साथ करार अंतिम चरण में पहुंच गया है जिससे उसकी इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में खेलने की संभावना बढ़ गयी है.
ईस्ट बंगाल का शताब्दी स्थापना दिवस एक महीने बाद होना है लेकिन पूर्व निवेशक और पिछले दो सत्र से टीम के प्रायोजक क्वेस क्रॉप के हटने से क्लब वित्तीय संकट से जूझ रहा है.
लेकिन अब राज्य के पक्ष और विपक्ष के राजनीतिक नेताओं ने इस 100 साल पुराने क्लब का समर्थन किया है लेकिन ये देखना बाकी है कि क्या ईस्ट बंगाल भी अपने चिर प्रतिद्वंद्वी मोहन बागान की राह पर चलता है या नहीं. बागान मौजूदा चैंपियन एटीके का हिस्सा बनने से आईएसएल से जुड़ चुका है.
ईस्ट बंगाल के अधिकारी ने कहा, "सरकार निवेशक दिलाने में मदद कर रही है और बातचीत चल रही है. सब कुछ तय होने पर हम इसकी घोषणा करेंगे."