भोपाल। इश्क, मोहब्बत और प्यार पहली निगाह में ही हो जाता है. ऐसा ही कुछ हुआ भुवन और रश्मि के साथ. इन दोनों की प्रेम कहानी की शुरुआत स्कूल के दिनों क्रिकेट की पिच से हुई. आज शादी के 16 साल बाद भी यह दोनों क्रिकेट की पिच पर एक साथ खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देते हैं. भुवन क्रिकेट एकेडमी के कोच हैं. रश्मि यहां पर महिला क्रिकेट खिलाड़ियों को फिजिकल ट्रेनिंग देती हैं. दोनों क्रिकेट की पिच पर एक साथ ही नजर आते हैं.
पहली मुलाकात के बाद एक साल इंतजार: भुवन शुक्ला ब्राह्मण परिवार से हैं, जबकि रश्मि चन्ने महाराष्ट्रीयन परिवार से. भुवन भोपाल के अंकुर ग्राउंड में अपनी क्रिकेट की एकेडमी चलाते हैं और खुद भी राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट खिलाड़ी हैं. अपनी प्रेम कहानी को बताते हुए भुवन उन दिनों में पहुंच जाते हैं और कहते हैं कि, बात 1996 की होगी, जब वह 9 क्लास में थे. मॉडल स्कूल में क्रिकेट के ट्रायल चल रहे थे. भुवन उस क्रिकेट की पिच पर ट्रायल देने के लिए मौजूद थे. तभी रश्मि भी अपने भाई के साथ वहां आई थी, जो उसी स्कूल में पढ़ रही थी. उनका भाई भी क्रिकेट खेलता था. तभी भुवन और रश्मि की निगाहें मिली और एक आकर्षण एक दूसरे के प्रति जागृत हुआ. समय बीता स्कूल में दोनों की मुलाकात हुई, लेकिन मामला तब आगे बढ़ा जब 11वीं क्लास में रश्मि भुवन के ही सेक्शन में आ गईं. इस दौरान भुवन ने रश्मि को प्रपोज किया, लेकिन रश्मि ने मना कर दिया.
ऐसे हुआ था प्यार: फिर दोबारा जब अगली साल वैलेंटाइन का समय आया तो इनकी दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में तब्दील हो गई. रश्मि ने इनके प्रपोज को स्वीकार कर लिया. भुवन बताते हैं कि रश्मि हर क्रिकेट के मैच में उनकी हौसला अफजाई करने के लिए तभी से उनके साथ आया करती थी. रश्मि भुवन से तो कुछ नहीं कहती थी, लेकिन उनके खेल के प्रति वह आकर्षित होती गई, यह प्यार परवान चढ़ता गया. फिर दोनों ने एक साथ एक ही कॉलेज से पढ़ाई की. मूवी देखने जाना, कॉफी हाउस में कई घंटों बैठे रहना. दोस्तों के बीच गपशप करना यह दोनों के जीवन का हिस्सा बना. 20 फरवरी 2007 वैलेंटाइन डे 6 दिन बाद यह दोनों शादी के बंधन में बंध गए.
ऐसे आया रश्मि का दिल: रश्मि बताती हैं कि वह महाराष्ट्रीयन परिवार से थी ऐसे में दोनों ही परिवार अलग-अलग जाति के होने के कारण शुरुआती समय तो परिवारों ने शादी के लिए मना ही किया, लेकिन धीरे-धीरे जब समय गुजरा तो घर वालों को भी लगा कि दोनों एक दूसरे के करीब हैं. ऐसे में इनकी शादी कर देना चाहिए. रश्मि भी बताती हैं कि जब भी भुवन क्रिकेट की पिच पर खेला करते थे वह हमेशा उनका मैच देखने जरूर जाती थी. भले ही भवन से बात ना हो लेकिन बाकियों के साथ भुवन पर चेयरअप जरूर करती थीं, क्योंकि भुवन क्रिकेट के साथ डांस भी बहुत अच्छा करते हैं, जिस पर रश्मि का दिल आ गया था.
वैवाहिक जीवन का आधार: रश्मि कहती हैं कि आज के युवा तो हर 2 से 6 महीने में ब्रेकअप कर लेते हैं, लेकिन वह समय थोड़ा अलग था. जिसे एक बार चुन लिया, उसके साथ जीवन भर रहने का फैसला उन्होंने किया. जबकि भुवन कहते हैं कि आज के समय के युवा अपने जीवनसाथी को समझ ही नहीं पाते हैं और जरा जरा सी बातों पर नाराज हो जाते हैं. एक दूसरे को समझना एक दूसरे की जरूरतों का ख्याल रखना ही अच्छे वैवाहिक जीवन का आधार है.
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आज भी टिकी है जोड़ी: भुवन और रश्मि का प्यार 26 साल से आज भी परवान चढ़ा हुआ है. दोनों एक साथ खेल के मैदान पर नजर आते हैं. भुवन और रश्मि की दो बेटियां हैं. एक 13 साल की माही और दूसरी 6 साल की सिया. भुवन अपनी बेटी को भी इस क्रिकेट के मैदान पर क्रिकेट सिखाते हैं. जबकि रश्मि अन्य खिलाड़ियों के साथ उसे फिजिकल ट्रेनिंग देती हैं. ऐसे में कहा जा सकता है कि जोड़ियां ऊपर से बनती है और यह जोड़ी क्रिकेट की पिच के साथ जीवन की पिच पर आज भी टिकी हुई हैं.