दुबई : बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन और गेंदबाजों के परिस्थितियों के अनुकूल गेंदबाजी करने में नाकाम रहने के कारण भारत को आईसीसी टी20 विश्व कप के सुपर 12 के ग्रुप दो मैच में रविवार को यहां पाकिस्तान से 10 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा जिससे उसका अपने इस चिर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ पिछले 29 वर्षों से चला आ रहा विजय अभियान भी थम गया.
भारत ने विश्व कप (वनडे और टी20) में 1992 के बाद इस मैच से पहले तक सभी 12 मैचों (वनडे में सात और टी20 में पांच) में जीत दर्ज की थी लेकिन पहले शाहीन शाह अफरीदी (31 रन देकर पांच) की अगुवाई में पाकिस्तानी गेंदबाजों के सामने उसके बल्लेबाज नहीं चले और बाद में रही सही कसर कप्तान बाबर आजम (52 गेंद पर नाबाद 68, छह चौके, दो छक्के) और मोहम्मद रिजवान (55 गेंदों पर नाबाद 78, छह चौके तीन छक्के) की पहले विकेट के लिये अटूट शतकीय साझेदारी ने पूरी कर दी.
भारत ने सात विकेट पर 151 रन बनाये थे लेकिन पाकिस्तान ने 17.5 ओवर में बिना किसी नुकसान के 152 रन बनाकर एकतरफा जीत दर्ज करके अपने विश्व कप अभियान की शानदार शुरुआत की.
भारत ने टॉस गंवाया और इसके एक समय वह तीन विकेट पर 31 रन बनाकर संघर्ष कर रहा था. विराट कोहली (49 गेंदों पर 57 रन, पांच चौके, एक छक्का) ने ऋषभ पंत (30 गेंदों पर 39 रन, दो चौके, दो छक्के) के साथ चौथे विकेट के लिये 40 गेंदों पर 53 रन की साझेदारी की जिससे भारत सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच पाया.
इसके उलट पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरू से ही भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बनाया. कोहली के गेंदबाजों से लेकर क्षेत्ररक्षण की सजावट में वह आक्रामकता नहीं दिखी जिसके कारण उन्हें दुनिया के सफल कप्तानों में गिना जाता है. विश्व कप के बाद टी20 की कप्तानी छोड़ने का मन बना चुके कोहली को यह हार वर्षों तक सालती रहेगी.
रिजवान ने भुवनेश्वर के पहले ओवर में ही चौका और छक्का लगाया. कोहली को पावरप्ले में ही वरुण चक्रवर्ती को गेंद सौंपनी पड़ी. पाकिस्तान ने पहले छह ओवरों में बिना किसी नुकसान के 43 रन बनाये.
बाबर और रिजवान का ‘फुटवर्क, प्लेसमेंट और टाइमिंग’ बहुत अच्छा था जिसके सामने भारत के तेज गेंदबाजों और स्पिनरों की एक नहीं चली. इन दोनों ने स्ट्राइक रोटेट करके भारत पर दबाव बनाया. भारत के दोनों स्पिनरों ने आठ ओवर में 61 रन लुटाये जबकि तेज गेंदबाजों में पैनापन नहीं दिखा.
बाबर जल्द ही अपने आक्रामक रंग में उतर आये. उन्होंने रविंद्र जडेजा पर छक्के से शुरुआत की और फिर चक्रवर्ती के एक ओवर में दो छक्के लगाये. इनमें से दूसरे छक्के से उन्होंने अर्धशतक भी पूरा किया. भारतीय स्पिनरों को ओस के कारण गेंद पर पकड़ बनाने में परेशानी हो रही थी.
रिजवान ने 41 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया और जल्द ही वह अपने कप्तान की बराबरी पर पहुंच गये. इसके बाद उन्होंने मोहम्मद शमी पर छक्का और दो चौके लगाकर 18वें ओवर में अपनी टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया.
इससे पहले भारत के लिये शुरुआत किसी भी तरह से अनुकूल नहीं रही. कोहली ने टॉस गंवाया और भारत ने उसके बाद 13 गेंद और छह रन के अंदर दोनों सलामी बल्लेबाजों रोहित शर्मा (शून्य) और केएल राहुल (तीन) के विकेट गंवा दिये.
रोहित की बायें हाथ के तेज गेंदबाज के सामने कोण लेकर अंदर आती गेंद पर कमजोरी फिर खुलकर सामने आयी. अफरीदी ने उन्हें पहले ओवर में पगबाधा आउट करने के बाद अगले ओवर की पहली गेंद पर राहुल की गिल्लियां बिखेरी.
सूर्यकुमार यादव (आठ गेंदों पर 11) को हसन अली (44 रन देकर दो) ने विकेट के पीछे रिजवान के हाथों कैच कराया जिससे पावरप्ले के बाद भारत का स्कोर तीन विकेट पर 36 रन हो गया. कोहली का अफरीदी पर कॉउ कार्नर पर लगाया गया छक्का दर्शनीय था, लेकिन सूर्यकुमार के आउट होने के बाद उन्हें भी संभलकर खेलना पड़ा. पंत के लेग स्पिनर शादाब खान पर शार्ट फाइन लेग पर लगाये गये चौके से भारत नौ ओवर में 50 रन के पार पहुंचा.
पंत ने हसन अली पर पारी के 12वें ओवर में एक हाथ से लगातार गेंदों पर स्क्वायर लेग और लांग ऑफ पर छक्के जड़े. लेकिन जब वह खतरनाक नजर आ रहे थे तब उन्होंने शादाब खान (22 रन देकर एक) की गेंद हवा में लहराकर आसान कैच थमा दिया.
इससे रन गति फिर धीमी पड़ गयी. भारत 15 ओवर में तिहरे अंक तक पहुंच पाया. भारत ने बीच के नौ ओवरों में 64 रन बनाये और पंत का विकेट गंवाया. उसने अंतिम पांच ओवरों में तीन विकेट के एवज में 51 रन जोड़े.
कोहली ने पाकिस्तान ने 45 गेंदों में अर्धशतक जमाया लेकिन छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे रविंद्र जडेजा (13 गेंदों पर 13) संघर्ष करते नजर आये. कोहली 19वें ओवर में आउट हुए और इस तरह से पाकिस्तान के खिलाफ टी20 विश्व कप में लगातार चौथी पारी में नाबाद नहीं रह पाये. हार्दिक पंड्या भी 11 रन बना पाये.