नई दिल्ली : पुडुचेरी ने अपनी रणजी ट्रॉफी यात्रा में एक ऐतिहासिक अध्याय लिखा. दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में टूर्नामेंट के एलीट ग्रुप डी के शुरुआती मैच में दूसरी पारी में 50 रनों के मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुए पूर्व चैंपियन दिल्ली के खिलाफ 9 विकेट से शानदार जीत हासिल की.
पुडुचेरी के गेंदबाजों ने दबदबा दिखाते हुए दिल्ली की बल्लेबाजी लाइनअप को बुरी तरह से बैकफुट पर धकेल दिया. दिल्ली को पहली और दूसरी पारी में क्रमशः148 और 145 पर समेट दिया.
मध्य प्रदेश के पूर्व तेज गेंदबाज गौरव यादव, जो अब पुडुचेरी टीम में हैं, प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरे. पहली पारी में उन्होंने केवल 49 रन देकर अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ सात विकेट झटके. यहां से उन्होंने अपनी टीम के लिए जीत की नींव रखी.
गौरव यादव ने दूसरी पारी में तीन और विकेट लेकर अपनी प्रतिभा जारी रखी और मैच में कुल 10 विकेट हासिल किए.
दिल्ली टूर्नामेंट में सात खिताबों के साथ एक मजबूत टीम रही है. लेकिन, बीते कुछ सीज़न में उन्हें ग्रुप चरणों में संघर्ष करते देखा गया है. हालांकि, टीम की नजर इस हार को भूलकर कमबैक पर होगी.
दिल्ली के मुख्य कोच देवांग गांधी ने निराशा व्यक्त करते हुए स्वीकार किया कि पुडुचेरी ने खेल के सभी पहलुओं में उन्हें पछाड़ दिया. ठोस तैयारियों के बावजूद, दिल्ली को दोनों पारियों में महत्वपूर्ण स्कोर बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा.
गांधी ने अनुकूल परिस्थितियों का फायदा उठाने के लिए पुडुचेरी के गेंदबाजों को श्रेय दिया. लेकिन, उनका मानना है कि उनकी टीम स्थिति को बेहतर तरीके से संभाल सकती थी.