मुंबई : भारत के महान बल्लेबाज में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन और शतक जड़ने वाले भारत रत्न सचिन तेंदुलकर के गेमिंग विज्ञापन को लेकर आक्रामक प्रहार संगठन के नेता बच्चू कडू ने गुरुवार को अपने कार्यकर्ताओं के साथ उनके घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान इलाके में कुछ देर के लिए तनाव का माहौल रहा. प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
क्या है मामला?
बच्चू कडू ने पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के ऑनलाइन गेमिंग विज्ञापन पर आपत्ति जताई थी. कडू ने सचिन तेंदुलकर से विज्ञापन को तुरंत बंद करने का अनुरोध किया था. हालांकि, बच्चू कडू के अनुरोध को नजरअंदाज कर दिया गया था. बच्चू कडू ने प्रहार संस्था की ओर से चेतावनी दी थी सचिन अगर अपने इस विज्ञापन को बंद नहीं कराते हैं तो उनके घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
इस दौरान कडू ने कहा, 'अगर सचिन तेंदुलकर भारत रत्न नहीं होते तो हम विरोध नहीं करते. देश के कई युवा ऐसे विज्ञापनों का शिकार हो रहे हैं'. उन्होंने कहा, 'हमें भारत रत्न धारक तेंदुलकर के ऑनलाइन गेमिंग को बढ़ावा देने की शिकायत मिली थी'.
बच्चू कडू ने सचिन तेंदुलकर को चेतावनी दी है कि, 'अगर उन्हें ऐसे ऑनलाइन गेमिंग को बढ़ावा देना है तो उनको भारत रत्न लौटा देना चाहिए'. कडू ने आगे कहा, 'सचिन तेंदुलकर को पैसे देने के लिए पूरे महाराष्ट्र में गणपति मंडल के पास तेंदुलकर डोनेशन बॉक्स लगाया जाएगा. उन्होंने कहा है कि 'सचिन को विज्ञापन वापस लेने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है'.
भीख मांगो आंदोलन
बच्चू कडू ने मांग की है कि सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न लौटा देना चाहिए. इसके लिए आज बच्चू कडू ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ तेंदुलकर के घर के बाहर भीख मांगकर प्रदर्शन किया. इलाके में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता जमा हो गए और तनावपूर्ण माहौल बन गया. आक्रामक बच्चू कडू और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. इसके अलावा भारत रत्न तेंदुलकर की ओर से भी अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. यह जानने के बाद कि बच्चू कडू के खिलाफ मामला दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है, कार्यकर्ता आक्रामक हो गए हैं और उन्होंने बांद्रा पुलिस स्टेशन के बाहर कार्यकर्ताओं का भीख मांगना शुरू कर दिया है.