सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने युवा बल्लेबाज विल पुकोवस्की के मानसिक स्वास्थ्य से निपटने के तरीके की तारीफ की है. दाएं हाथ के इस बल्लेबाज कोवस्की को 17 सदस्यीय ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम में जगह मिली है. वह टीम में शामिल किए गए पांच अनकैप्ड खिलाड़ियों में हैं. उन्होंने शेफील्ड शील्ड में लगातार दो दोहरे शतक जमा कर अंतिम-11 में अपना दावा मजबूत किया है.
पुकोवस्की 2018 में ही टेस्ट टीम में जगह बनाने के काफी करीब थे, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण उन्होंने खेल से ब्रेक ले लिया था.
एक वेबसाइट से बात करते हुए मॉर्क टेलर ने कहा, "वह इसे लेकर खुले हैं और ईमानदार भी रहे हैं, जोकि हमेशा आसान नहीं होता है. मेरा मतलब उन पक्षों को लेकर जो मैंने खेल में देखे हैं और वो कमजोरी के संकेत के रूप में देखे गए हैं. अब यह वास्तव में ताकत के संकेत के रूप में देखा जाता है. मैं खेल के मानसिक पक्ष को नहीं संभाल रहा हूं, जैसा कि मैं चाहता हूं. मुझे इसकी चिंता हो रही है. मुझे खेल में आनंद नहीं आ रहा है."
टेलर ने साथ ही कहा कि पुकोवस्की का खुलापन अन्य युवा क्रिकेटरों के लिए एक उदाहरण है.
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उन्होंने कहा, " मुझे लगता है कि इन मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों के साथ उनके खुलेपन और पारदर्शिता ने उनकी मदद की है, जोकि युवा क्रिकेटरों के लिए एक उदाहरण है."
पूर्व बल्लेबाज ने साथ ही कहा कि जो बर्न्स की जगह पुकोवस्की को टीम में शामिल किया जाना चाहिए.
टेलर ने कहा, "मैं जो बर्न्स की जगह पुकोवस्की को टीम में रखना पसंद करूंगा. टेस्ट क्रिकेट में बर्न्स का औसत 38 का है. वह ऑस्ट्रेलिया के अच्छे खिलाड़ी है, लेकिन बेहतरीन नहीं. पुकोवस्की खुद भी कह चुके हैं कि वह तैयार है. उन्होंने दो दोहरे शतक लगाए हैं. जब वह लय में हैं तभी उनका चयन भी होना चाहिए. उनके पास अगले दशक का शानदार खिलाड़ी बनने की क्षमता है."
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का पहला मुकाबला 17, दिसंबर को एडिलेड के मैदान पर खेला जाएगा.