नई दिल्ली : ट्रेविस हेड ने दिल्ली टेस्ट में दूसरी शाम जिस तरह से बल्लेबाजी की शुरूआत की थी, उससे भारतीय खेमा थोड़ा घबरा गया था लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने अपने तीनों स्पिनरों से लंबी बातचीत की और सुनिश्चित किया कि मेजबान टीम अपनी मूल रणनीति से नहीं भटके. चोटिल डेविड वॉर्नर की अनुपस्थिति में पहली बार पारी का आगाज करने उतरे हेड ने तेजी से नाबाद 39 रन बनाए और दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन स्टंप तक ऑस्ट्रेलिया को एक विकेट पर 61 रन तक पहुंचा दिया.
रोहित को इससे थोड़ी चिंता हुई जिसने उन्हें रविवार की सुबह खेल शुरू होने से पहले आर अश्विन, रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल की स्पिन तिकड़ी से बात करने के लिए बाध्य कर दिया.
अंत में अश्विन और जडेजा की जोड़ी ने भारत की छह विकेट की जीत सुनिश्चित की. रोहित ने कहा, कभी कभार आपको चीजों को सरल रखना होता है, जो हो रहा है, उसे ज्यादा पेचीदा नहीं करना होता. कल उन्होंने 12 ओवर में एक विकेट पर 61 रन बनाए जो पांच रन प्रति ओवर से ज्यादा था. मैं देख सकता था कि हम थोड़ा घबरा गए थे और हम काफी बार क्षेत्ररक्षण में बदलाव की कोशिश कर रहे थे.
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उन्होंने कहा, सुबह मैं सिर्फ इन तीनों स्पिनरों को यह कहना चाहता था कि संयम रखो. हमें बार बार क्षेत्ररक्षण में बदलाव की जरूरत नहीं है जैसा कि हमने बीती शाम किया था. हम कसी गेंदबाजी करेंगे और बल्लेबाज को ही गलती करने देंगे. रोहित ने मैच के बाद कहा, मैं महसूस कर सकता था कि वे उसी तरीके से (आक्रामकता से) बल्लेबाजी करना चाहते थे और विकेट ऐसा नहीं था कि आप उतरो और बस शॉट खेलना शुरू कर दो.
उन्होंने कहा, आपको संतुलन बनाना था और उन्हें दबाव में लाना था. अगर वे कुछ शॉट खेलते हैं तो हम बतौर गेंदबाजी इकाई अपनी योजना नहीं बदलेंगे. अक्षर, जड्डू (रविंद्र जडेजा) और एश (आर अश्विन) ने इस तरह के हालात में काफी क्रिकेट खेली है. जब चीजें आपके अनुरूप नहीं जा रही हों तो आपको उन पर भरोसा करना होगा.
पीटीआई भाषा