सेंचुरियन: ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में शानदार जीत हासिल करने के बाद, भारत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रविवार को सेंचुरियन के सुपर स्पोर्ट पार्क में बॉक्सिंग डे टेस्ट से तीन मैचों की सीरीज का आगाज करने वाला है. पहली बार यहां सीरीज जीतने का भारतीय टीम के पास सुनहरा मौका है. कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को देखते हुए, दोनों देशों के बीच टेस्ट और वनडे सीरीज खेलने का फैसला किया गया था. जबकि टी-20 सीरीज को बाद में कराने का निर्णय लिया गया.
दक्षिण अफ्रीका अपनी गति, उछाल और चुनौतीपूर्ण पिचों के साथ भारत पर दबाव बनाने में सफल रहा है. इस कारण भारत ने यहां कभी सीरीज नहीं जीती है. साल 2018 में भारत ने केपटाउन में पहले टेस्ट से अच्छी शुरुआत करते हुए सीरीज जीतने की उम्मीद की थी. लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने वापसी करते हुए भारत को 2-1 से परास्त कर दिया था.
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उपकप्तान केएल राहुल ने सीरीज को लेकर अच्छी बातें कही हैं. राहुल ने शुक्रवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, अभी तक सिर्फ पहले टेस्ट मैच की चर्चा हुई है. हम ज्यादा आगे के बारे में नहीं सोच रहे हैं. सीरीज का पहला टेस्ट मैच हमारे लिए अच्छी शुरुआत के लिए सबसे महत्वपूर्ण है. हमारी सारी चर्चा और फोकस पहले गेम में सर्वश्रेष्ठ करने पर है.
साल 2018 के दौरे के बाद से जसप्रीत बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन किया है. इसके बाद मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा के साथ उमेश यादव, मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर ने भारत के लिए अच्छा किया है.
भारत की तेज गेंदबाजी लाइनअप को दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने सबसे बड़ी चुनौती बताया है. उन्होंने कहा, इस समय उनकी ताकत उनकी गेंदबाजी है. हम इसके बारे में भी बेहद जागरूक हैं. एक गेंदबाजी इकाई के रूप में उन्हें बहुत सारी सफलताएं मिली हैं. उनके पास बहुत अच्छे गेंदबाज हैं, जो आक्रमण का नेतृत्व करते हैं. मुझे लगता है कि दक्षिण अफ्रीका में होने के नाते उनके गेंदबाज परिस्थितियों का फायदा उठाएंगे.
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हालांकि, भारत को बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल की कमी खलेगी, लेकिन ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को भी कम नहीं आंका जा सकता है. वहीं, भारतीय टीम की मुख्य चिंता कप्तान विराट कोहली, सीनियर खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के रूप में रही है, जिन्होंने लंबे समय कोई बड़ी पारी नहीं खेली है. न्यूजीलैंड के खिलाफ हालिया घरेलू सीरीज में श्रेयस अय्यर और मयंक अग्रवाल ने भारत के लिए महत्वपूर्ण रन बनाए थे. चोट के कारण रोहित शर्मा सीरीज से बाहर हैं, जिसके कारण बल्लेबाजों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा.
वहीं, दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका जून में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैच खेलने के बाद पहली टेस्ट सीरीज खेलेगा. हालांकि, एबी डिविलियर्स, हाशिम अमला और फाफ डु प्लेसिस के संन्यास लेने से मेजबान टीम की बल्लेबाजी कमजोर हो गई है. लेकिन कप्तान डीन एल्गर की टीम में एडेन मार्करम और रस्सी वैन डेर डूसन मौजूद है, जो अपना शत-प्रतिशत दे सकते हैं.
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वहीं, कगिसो रबाडा की अगुवाई वाली उनकी गेंदबाजी इकाई अभी भी एनरिक नॉर्टजे की अनुपस्थिति के बावजूद भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करने में सक्षम है. सेंचुरियन का मैदान प्रोटियाज के लिए अच्छा रहा है. ठीक वैसे ही जैसे गाबा का मैदान ऑस्ट्रेलिया के लिए रहा है. यहां अभी तक 26 टेस्ट में खेले गए हैं, जिसमें दक्षिण अफ्रीका ने 21 बार जीत हासिल की है. वहीं, साल 2000 में इंग्लैंड और साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ केवल दो बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है.
दोनों टीमें इस प्रकार हैं:
दक्षिण अफ्रीका टीम: डीन एल्गर (कप्तान), टेम्बा बावुमा (उप-कप्तान), क्विंटन डी कॉक (विकेट-कीपर), कैगिसो रबाडा, सरेल इरवी, बेउरन हेंड्रिक्स, जॉर्ज लिंडे, केशव महाराज, लुंगी एनगिडी, एडेन मार्कराम, वियान मुल्डर, कीगन पीटरसन, रासी वैन डेर डूसन, काइल वेरेने, मार्को जेन्सन, ग्लेनटन स्टुरमैन, प्रेनेलन सुब्रेयन, सिसांडा मागाला, रयान रिकेल्टन और डुआने ओलिवियर.
भारतीय टीम: विराट कोहली (कप्तान), केएल राहुल (उपकप्तान), मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर, हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, जयंत यादव, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह, शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद सिराज.