हैदराबाद : भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ओपनर और उपकप्तान रोहित शर्मा ने वक्त के साथ अपनी बल्लेबाजी में काफी सुधार किया है और वे आधुनिक युग के महान बल्लेबाज के रूप में उभरे हैं. उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर कई बेहतरीन रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं. वनडे क्रिकेट में रोहित ने ही सबसे ज्यादा तीन बार दोहरे शतक जड़े है. उन्होंने टेस्ट में भी डबल सेंचुरी जड़ी है. रोहित के प्रदर्शन के बारे में वसीम जाफर का कहना है कि इस खिलाड़ी में विदेशी सरजमीं पर टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ने की काबिलियत है.
हिटमैन ने अबतक भारत के लिए 224 वनडे, 108 टी-20 और 32 टेस्ट मैच खेले हैं. तीनों प्रारूपों में खेलते हुए रोहित ने कुल 14029 रन बनाए हैं. साल 2019 उनके लिए बहुत खास रहा था. 2019 विश्व कप के दौरान उनका परफॉर्मेंस बेहद शानदार था. वे किसी एक वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में पांच शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बन गए थे. टेस्ट क्रिकेट में भी रोहित का प्रदर्शन लाजवाब रहा था. साउथ अफ्रीका के खिलाफ वो बतौर सलामी बल्लेबाज उतरे थे. तब उन्होंने कुल 529 रन बनाए थे जिनमें दोहरा शतक भी शामिल रहा.
कमेंटेटर आकाश चोपड़ा से बात करते हुए वसीम जाफर ने रोहित के बतौर टेस्ट ओपनर करियर को लेकर बात की. चोपड़ा का जाफर से सवाल था कि क्या वो रोहित शर्मा को टेस्ट क्रिकेट में विदेशी सरजमीं पर ओपनर के रूप में सफल होते देखते हैं, क्योंकि भारत में उन्होंने दोहरा शतक जड़ा है इसके जवाब में जाफर ने कहा कि रोहित अब अपने खेल को बहुत अच्छे से समझते हैं.
इस दौरान जाफर ने रोहित की साउथ अफ्रीका और पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड कप 2019 की पारी को भी याद किया. जाफर ने दावा किया कि रोहित विदेशी धरती पर भी टेस्ट में दोहरा शतक जड़ने की क्षमता रखते हैं.
जाफर ने कहा, ''मुझे ऐसा लगता है. मुझे लगता है कि अब वो खेल को और ज्यादा समझने लगे हैं. ये वो रोहित शर्मा नहीं है, जिन्हें हमने पहले देखा है. वो जानते हैं कि उन्हें कहां शांत रहने की जरूरत है. वनडे क्रिकेट में भी, आप वर्ल्ड कप में देखें तो कुछ मैचों में गेंद घूम रही थी और वो उसे संभाल रहे थे. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के खिलाफ खुद को 8-10 ओवर तक पकड़े रखा.''
उन्होंने कहा, ''मुझे लगता है कि विदेशी सरजमीं पर शुरुआती 30-45 मिनट में वो कुछ कमजोर रहते हैं. लेकिन अगर वे सरवाइव कर जाएं तो वहां भी दोहरा शतक लगाने की क्षमता रखते हैं.''
जाफर ने आगे कहा, ''फिर जब वो समझते हैं कि स्थितियां बेहतर हो गई हैं तो उनके पास तेजी लाने की क्षमता है. इसके बाद अचानक उनका स्ट्राइक रेट 120-130 हो जाएगा. इसलिए मुझे लगता है कि वो समझते हैं कि कब बैकफुट पर जाने की जरूरत और कहां अटैक करना है.''