कराची: पहली बार भारत के दौरे पर गई पाकिस्तान टीम के सदस्य वकार हसन का सोमवार को 87 साल की उम्र में निधन हो गया.
हसन साल 1952 में भारत दौरे पर गई पाकिस्तानी टीम के आखिरी जीवत बचे खिलाड़ी थे. वे 1954 में इंग्लैंड और 1955-56 में वेस्टइंडीज दौरे पर भी गए थे.
वे इन दौरों पर जीत दर्ज करने वाली पाकिस्तानी टीम का हिस्सा थे. उन्होंने 1959 में अपने संन्यास की घोषणा की थी.उन्होंने अपने करियर में 21 टेस्ट मैचों में 1071 रन बनाए थे. उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में मुख्य चयनकर्ता और प्रबंधक के रूप में भी काम किया था.उनका जन्म 12 सितंबर 1932 को अमृतसर में हुआ था. उन्होंने 1952 के भारत दौरे पर तीन अर्धशतक भी लगाए थे. इंग्लैंड के खिलाफ भी उन्होंने 54 रन बनाकर टीम को शानदार जीत दिलाई थी.वकार ने लाहौर में 1955 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 189 रन की अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली थी. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर उनकी मृत्यु पर शोक जताया है.पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का ट्वीट ये भी पढ़े- अपने बचपन के हीरो सचिन से मिलीं शेफाली वर्मा, सपना हुआ पूरा
बोर्ड ने पोस्ट के कैप्शन पर लिखा, पीसीबी पहले टेस्ट टीम के अंतिम जीवित सदस्य वकार हसन की मृत्यु पर शोक जताता है.'
मध्यक्रम के बल्लेबाज वकार हसन का टेस्ट डेब्यू अच्छा नहीं रहा, जब वे पहली पारी में 8 और दूसरी पारी में 5 रन ही बना सके.
साथ ही टीम को भी पारी की हार का सामना करना पड़ा. मगर उन्होंने भारत के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का अंत सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज के तौर पर किया.हसन ने 44.62 की औसत से 357 रन बनाए, जिसमें तीन अर्धशतक भी शामिल थे.