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बायो बबल में होगी घरेलू क्रिकेट, रणजी ट्रॉफी के प्रारूप में बदलाव

सूत्रों के अनुसार बीसीसीआई में कोविड-19 के कारण 2020-21 के घरेलू सत्र में बदलाव का प्रस्ताव रखा गया है. इसके अलावा सूत्र ने ये भी कहा है कि बोर्ड ने जनवरी में रणजी ट्रॉफी और सीनियर महिला टूर्नामेंट के लिए अस्थायी रूप से कराने का फैसला किया है.

बीसीसीआई
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Published : Oct 18, 2020, 10:15 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय घरेलू क्रिकेट का 2020-21 सीजन, जिसमें रणजी ट्रॉफी के लिए केवल पुरुषों की राष्ट्रीय चैंपियनशिप और सीनियर महिला टूर्नामेंट शामिल हैं, कोरोना वायरस महामारी के कारण बायो बबल में खेली जाएगी.

इस दौरान केवल उन्हीं शहरों में इसका आयोजन किया जाएगा, जिनमें कम से कम तीन मैदान, पर्याप्त होटल और आपातकाल के लिए अच्छे अस्पताल हों. मैचों के दौरान स्टेडियम में दर्शकों के प्रवेश की अनुमति नहीं होगी.

रणजी ट्रॉफी
रणजी ट्रॉफी

रणजी ट्रॉफी के प्रारुप में बदलाव किया जाएगा और ये चार ग्रुपों के बजाय ये टूर्नामेंट जोन के आधार पर खेला जाएगा. इसका मतलब है कि लीग मैचों के लिए एक जोन की टीम को एक ही शहर में इकट्ठा होना होगा. यही प्रारुप सीनियर महिला टूर्नामेंट में भी लागू किया जाएगा.

एक सूत्र ने कहा कि इसका फैसला भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की शनिवार को हुई शीर्ष परिषद की वचुर्अल बैठक में लिया गया.

सौरव गांगुली
सौरव गांगुली

एक विश्वसनीय सूत्र ने कहा, "कोविड-19 के कारण 2020-21 के घरेलू सत्र में बदलाव का प्रस्ताव रखा गया है क्योंकि कोई नहीं जानता कि हम सभी के लिए क्या सही है. फिर भी, हमने जनवरी में रणजी ट्रॉफी और संभवत सीनियर महिला टूर्नामेंट के लिए अस्थायी रूप से कराने का फैसला किया है. किस तारीख से ये शुरू होगा इस पर अंतिम फैसला नहीं लिया गया है लेकिन इसे अगले साल की शुरुआत में खेला जाएगा. हालांकि, जनवरी में ये कोविड की स्थिति पर निर्भर करेगा."

उन्होंने कहा, "रणजी ट्रॉफी का पुराना प्रारूप बदल जाएगा और मैच अब बायो-बबल और प्रत्येक जोन के एक शहर में खेले जाएंगे ताकि टीमों और मैच अधिकारियों को होटल और मैदान के बीच कम से कम दूरी तय करनी पड़े. शहरों को चुनने की शर्त ये है कि उनके पास आपातकाल के लिए कम से कम तीन अच्छे कोविड अस्पताल होने चाहिए. किसी भी दर्शक को मैदान में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी."

भारतीय घरेलू क्रिकेट
भारतीय घरेलू क्रिकेट

सूत्र ने कहा कि इसके लिए समिति गठित की जाएगी. उन्होंने कहा, "ये समिति सभी संभावित शहरों का दौरा करेगी और वहां की तैयारियों का जायजा लेने के बाद एक रिपोर्ट सौंपेगी. मार्च-अप्रैल तक के लिए जूनियर स्तर के टूर्नामेंट का कोई सवाल ही नहीं है. फरवरी या मार्च में हम जूनियर टूर्नामेंट पर चर्चा करेंगे."

आम तौर पर घरेलू क्रिकेट अगस्त के बीच में शुरू होती है. पिछले साल इसकी शुरुआत दलीप ट्रॉफी के साथ 17 अगस्त को हुई थी जबकि रणजी ट्रॉफी नौ दिसंबर से शुरू हुई थी.

रणजी ट्रॉफी में 38 टीमें भाग लेती है और इसे छह क्रिकेट जोन में बांटा गया है, जिसमें ईस्ट, वेस्ट, नॉर्थ, साउथ, सेंट्रल और नई नॉर्थ-ईस्ट जोन की टीमें शामिल है.

नई दिल्ली: भारतीय घरेलू क्रिकेट का 2020-21 सीजन, जिसमें रणजी ट्रॉफी के लिए केवल पुरुषों की राष्ट्रीय चैंपियनशिप और सीनियर महिला टूर्नामेंट शामिल हैं, कोरोना वायरस महामारी के कारण बायो बबल में खेली जाएगी.

इस दौरान केवल उन्हीं शहरों में इसका आयोजन किया जाएगा, जिनमें कम से कम तीन मैदान, पर्याप्त होटल और आपातकाल के लिए अच्छे अस्पताल हों. मैचों के दौरान स्टेडियम में दर्शकों के प्रवेश की अनुमति नहीं होगी.

रणजी ट्रॉफी
रणजी ट्रॉफी

रणजी ट्रॉफी के प्रारुप में बदलाव किया जाएगा और ये चार ग्रुपों के बजाय ये टूर्नामेंट जोन के आधार पर खेला जाएगा. इसका मतलब है कि लीग मैचों के लिए एक जोन की टीम को एक ही शहर में इकट्ठा होना होगा. यही प्रारुप सीनियर महिला टूर्नामेंट में भी लागू किया जाएगा.

एक सूत्र ने कहा कि इसका फैसला भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की शनिवार को हुई शीर्ष परिषद की वचुर्अल बैठक में लिया गया.

सौरव गांगुली
सौरव गांगुली

एक विश्वसनीय सूत्र ने कहा, "कोविड-19 के कारण 2020-21 के घरेलू सत्र में बदलाव का प्रस्ताव रखा गया है क्योंकि कोई नहीं जानता कि हम सभी के लिए क्या सही है. फिर भी, हमने जनवरी में रणजी ट्रॉफी और संभवत सीनियर महिला टूर्नामेंट के लिए अस्थायी रूप से कराने का फैसला किया है. किस तारीख से ये शुरू होगा इस पर अंतिम फैसला नहीं लिया गया है लेकिन इसे अगले साल की शुरुआत में खेला जाएगा. हालांकि, जनवरी में ये कोविड की स्थिति पर निर्भर करेगा."

उन्होंने कहा, "रणजी ट्रॉफी का पुराना प्रारूप बदल जाएगा और मैच अब बायो-बबल और प्रत्येक जोन के एक शहर में खेले जाएंगे ताकि टीमों और मैच अधिकारियों को होटल और मैदान के बीच कम से कम दूरी तय करनी पड़े. शहरों को चुनने की शर्त ये है कि उनके पास आपातकाल के लिए कम से कम तीन अच्छे कोविड अस्पताल होने चाहिए. किसी भी दर्शक को मैदान में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी."

भारतीय घरेलू क्रिकेट
भारतीय घरेलू क्रिकेट

सूत्र ने कहा कि इसके लिए समिति गठित की जाएगी. उन्होंने कहा, "ये समिति सभी संभावित शहरों का दौरा करेगी और वहां की तैयारियों का जायजा लेने के बाद एक रिपोर्ट सौंपेगी. मार्च-अप्रैल तक के लिए जूनियर स्तर के टूर्नामेंट का कोई सवाल ही नहीं है. फरवरी या मार्च में हम जूनियर टूर्नामेंट पर चर्चा करेंगे."

आम तौर पर घरेलू क्रिकेट अगस्त के बीच में शुरू होती है. पिछले साल इसकी शुरुआत दलीप ट्रॉफी के साथ 17 अगस्त को हुई थी जबकि रणजी ट्रॉफी नौ दिसंबर से शुरू हुई थी.

रणजी ट्रॉफी में 38 टीमें भाग लेती है और इसे छह क्रिकेट जोन में बांटा गया है, जिसमें ईस्ट, वेस्ट, नॉर्थ, साउथ, सेंट्रल और नई नॉर्थ-ईस्ट जोन की टीमें शामिल है.

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