अबू धाबी: चेन्नई सुपर किंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा कि कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए केदार जाधव को रविंद्र जडेजा और ड्वेन ब्रावो से पहले भेजा गया क्योंकि वह स्पिन को बखूबी खेलता है.
जाधव ने 12 गेंद में सात रन बनाए. केकेआर ने बुधवार को यह मैच दस रन से जीता.
फ्लेमिंग ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "हमें लगा कि केदार स्पिन को बखूबी खेलता है और रन बना लेगा जबकि जडेजा फिनिशर का काम करेगा. लेकिन ऐसा हुआ नहीं और हमें काफी आत्ममंथन करना होगा."
कोच ने कहा कि उनके बल्लेबाजों ने मैच पर से पकड़ गंवा दी क्योंकि 11वें से 14वें ओवर के बीच में सिर्फ 14 रन बने. उन्होंने कहा, "उस समय अगर शेन वॉटसन या अंबाती रायुडू आउट नहीं हुए होते तो कहनी अलग होती. हम तेजी से रन नहीं बना सके और मैच पर से पकड़ छूटती गई."
सुरेश रैना की कमी टीम को एक बार फिर खली लेकिन फ्लेमिंग ने कहा कि उनके पास संतुलित टीम है. उन्होंने कहा, "हमारे पास काफी बल्लेबाज हैं और टीम संतुलित है. मुझे नहीं लगता कि अतिरिक्त बल्लेबाज से कुछ मदद मिलने वाली है."
धीमी विकेट पर स्पिनर रविंद्र जडेजा को गेंदबाजी नहीं दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, "यह सवाल एम एस धोनी के लिए है. ये फैसले मैं नहीं करता. मुझे लगता है कि हवा को देखकर यह फैसला लिया गया होगा और हमारे मध्यम तेज गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन कर ही रहे थे."
वहीं, सीएसके के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कबूल किया है कि कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेले गए मैच में उनके बल्लेबाजों ने गेंदबाजों को निराश किया.
मैच के बाद धोनी ने कहा, "मध्य के ओवरों में ऐसा समय था जहां उन्होंने दो या तीन अच्छे ओवर किए थे और इसके बाद हम तीन विकेट खो बैठे. यही वो समय था जब हम मैच हार गए थे."
उन्होंने कहा, "अगर हम उस समय अच्छी बल्लेबाजी करते तो परिणाम हमारे पक्ष में होता. सैम करन ने गेंद से अच्छा किया. मुझे लगता है कि हमने गेंदबाजी अच्छी की. 160 रन थे जिनको हम पार कर सकते थे. मुझे लगता है कि हमारे बल्लेबाजों नें गेंदबाजों को निराश किया."