कोलंबो: श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने देश की राजधानी कोलंबो में बन रहे 40,000 दर्शकों की क्षमता वाले नए क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण कार्य पर रोक लगा दी है. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार द्वारा निर्माण कार्य की प्रतिबद्धता वापस लेने के बाद इस परियोजना को फिलहाल रोक दिया गया है.
श्रीलंका की सरकार बोर्ड के साथ मिलकर देश में सबसे बड़े स्टेडियम के निर्माण की योजना बना रही थी. श्रीलंका को इस स्टेडियम के निर्माण में तीन-चार करोड़ डॉलर की लागत लगनी थी.
देश में नए स्टेडियम के निमार्ण का कई दिग्गजों ने विरोध किया था, इनमें पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने और पूर्व आईसीसी मैच रेफरी रोशन महानामा शामिल थे. ऐसा माना जा रहा है कि इनके विरोध के कारण ही सरकार को नए स्टेडियम बनाने की योजना वापस लेनी पड़ी है.
सरकार की एक उच्च स्तरीय समिति ने गुरुवार को जयवर्धने, महानामा, कुमार संगकारा, लसिथ मलिंगा और सनथ जयसूर्या के साथ एक बैठक की और बैठक के बाद स्टेडियम के निर्माण कार्य को रोके जाने की घोषणा की गई.
एसएलसी आगामी विश्व कप और आईसीसी टूर्नामेंटों की मेजबानी के लिए नए स्टेडियम का निर्माण करना चाहता था.
जयवर्धने ने नए स्टेडियम की जरूरत पर सवाल उठाए थे क्योंकि उनके मुताबिक मौजूदा स्टेडियम का ही सही तरह से इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है.
जयवर्धने ने ट्विटर पर लिखा था, " हम मौजूदा स्टेडियम में ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट और घरेलू क्रिकेट भी नहीं खेलते हैं. क्या हमें एक और स्टेडियम की जरूरत है?"
एसएलसी ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए बयान में कहा था, यहां यह बात जानना जरूरी है कि श्रीलंका क्रिकेट ने आईसीसी की 2023 से 2031 के बीच दो विश्व कप की मेजबानी करने की अपील पर दिलचस्पी जताई थी.
पूर्व कप्तान ने हालांकि कहा कि देश ने मौजूदा स्टेडियमों के साथ पहले भी विश्व कप का आयोजन किया है.
जयवर्धने ने ट्वीट किया, "एसएलसी की सफाई को देखते हुए, मैं अपना विचार रखता हूं. हमने इन्हीं स्टेडियमों में टी-20 विश्व कप की मेजबानी की है और वनडे विश्व कप की भी संयुक्त मेजबानी की है."
श्रीलंका में इस समय कैंडी, गाले, कोलंबो, हंबनटोटा, डम्बुला औ पल्लेकेले अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम है.