कोलंबो : दो अप्रैल, 2011 को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले को भारतीय टीम ने छह विकेट से जीता था. श्रीलंका को लगातार दूसरी बार फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था.
महिंदानंदा अलुथगामगे ने एक न्यूज चैनल से कहा, "साल 2011 में खेला गया विश्व कप फाइनल फिक्स था. मैं अपने बयान पर कायम हूं. ये उस समय हुआ था जब मैं खेल मंत्री था. अपने देश की प्रतिष्ठा को ध्यान में रखते हुए और अधिक खुलासे नहीं करना चाहता हूं. ये एक ऐसा खेल था जिसमें श्रीलंका जीत सकता था."
उन्होंने कहा, "मैं अपने बयान की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं और बहस के लिए तैयार हूं. मैं इसमें खिलाड़ियों को शामिल नहीं करूंगा लेकिन कुछ समूह जरूर इस मैच को फिक्स करने में शामिल थे. हालांकि, कुछ समूह निश्चित रूप से खेल को फिक्स करने में शामिल थे."
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Is the elections around the corner 🤔Looks like the circus has started 🤡 names and evidence? #SLpolitics #ICC https://t.co/bA4FxdqXhu
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2011 विश्व कप फाइनल में संगकारा टीम के कप्तान थे. उन्होंने कहा कि वर्तमान में आरोपों की तह तक पहुंचना सबसे अच्छी बात है. संगकारा ने एक न्यूज चैनल से कहा, "किसी को भी अटकलें लगाने की जरूरत नहीं है और वे इसकी तह तक जा सकते हैं. ये कार्रवाई का सबसे विवेकपूर्ण तरीका होना चाहिए."
इससे पहले उस मैच में शतक जड़ने वाले पूर्व कप्तान जयवर्धने ने हालांकि इन आरोपों को बकवास करार दिया है. उन्होंने ट्वीट में पूछा, ''क्या चुनाव होने वाले हैं?.... जो सर्कस शुरू हुआ है वो पसंद आया... नाम और सबूत?’’