हैदराबाद : दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने अपना आखिरी रणजी ट्रॉफी मैच 2013 में मुंबई की ओर से खेलते हुए हरियाणा के खिलाफ खेला था. मैच के बाद, पूर्व खिलाड़ी ने विपक्षी खिलाड़ियों के साथ बातचीत की थी.
तेंदुलकर ने यूट्यूब पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, "थोड़ा सा विजुअलाइजेशन रहना चाहिए. मैं यह नहीं कहूंगा कि मैं इसे हमेशा करता हूं लेकिन जब मुझे लगता है कि इस बारे में सोचने की जरूरत है कि विपक्षी गेंदबाज कहां गेंदबाजी कर सकता है और मुझे कौन से शॉट खेलने चाहिए और कौन से शॉट से बचना चाहिए. तैयारी उसी पर आधारित होती है.''
तेंदुलकर ने ये भी कहा कि अगर कोई खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, तो उसे और भी बेहतर करने की कोशिश करने के बजाय उसी फॉर्म को निरंतर रखना चाहिए वरना चीजें उलझ सकती हैं.
उन्होंने कहा, "कभी-कभी, मुझे लगता है कि मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं और मुझे ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है और सिर्फ गेंद देखने के बाद ही आपको प्रतिक्रिया देनी है. आपको देखना है कि आप कैसा प्रदर्शन कर रहे हैं, अगर आप अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं तो बदलने की कोई जरूरत नहीं है. क्योंकि अगर आप इससे भी बेहतर करने की कोशिश करते हैं. तो आप चीजों को जटिल कर सकते हैं,''
वीडियो में तेंदुलकर ने कहा कि फॉर्म का मतलब हमेशा रन नहीं होता है, उस फॉर्म का मतलब है शरीर का संतुलन, फुटवर्क और सिर की स्थिति.