नई दिल्ली : मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के अध्यक्ष कुमार संगाकारा ने सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट के दौरान दर्शकों द्वारा नस्लीय दुर्व्यवहार की घटनाओं की निंदा की और अपराधियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की.
संगकारा ने अबू धाबी टी 10 के दौरान वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "पिछले कुछ दिनों में भारतीय टीम के साथ सिडनी में भीड़ ने जो भी किया, इसके बारे में पढ़ा मैंने."
श्रीलंका के पूर्व कप्तान ने कहा, "किसी भी देश में किसी भी तरह से नस्लवाद को स्वीकार नहीं किया जाएगा. इसके लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए."
पहली बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए सिराज के अलावा जसप्रीत बुमराह को भी लगातार दो दिन दर्शकों की नस्लीय टिप्पणियों का शिकार होना पड़ा.
चौथे दिन तो कुछ देर खेल रोकना भी पड़ा जब भारतीय टीम ने अंपायरों से शिकायत की. इसके बाद छह दर्शकों को मैदान से निकाल दिया गया और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने माफी मांगी.
संगकारा ने कहा कि वह भाग्यशाली थे कि अपने खेल के दिनों में नस्लवाद का सामना नहीं किया.
उन्होंने कहा, "अपने समय में मैं भाग्यशाली था कि मैं कभी भी किसी भी प्रकार के नस्लीय दुर्व्यवहार की शिकार नहीं हुआ. मैं अन्य श्रीलंकाई क्रिकेटरों की ओर से नहीं बोल सकता, लेकिन मैंने व्यक्तिगत रूप से नस्लीय टिप्पणी का सामना नहीं किया और ये उन सब दोशों के लिए सच हैं जिनका मैंने दौरा किया है."