हैदराबाद : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने कहा है कि एडम गिलक्रिस्ट ने आईपीएल टीम डेक्कन चार्जर्स (अब सनराइजर्स हैदराबाद) के कप्तान के तौर पर 2009 में ही रोहित शर्मा की नेतृत्व क्षमता को पहचान लिया था. डेक्कन चार्जर्स की टीम आईपीएल के पहले सीजन में आखिरी स्थान पर रहने के बाद 2009 में गिलक्रिस्ट के नेतृत्व में चैंपियन बनी थी.
ओझा ने इंस्टाग्राम चैट में आकाश वत्स से कहा, "ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर गिलक्रिस्ट ने काफी पहले रोहित की नेतृत्व क्षमता को पहचान लिया था. जब वह 2009 में आईपीएल टीम डेक्कन चार्जर्स के कप्तान बने तो उन्होंने रोहित को उपकप्तान बनाया और धीरे-धीरे उन्हें आगे बढ़ाने लगे. रोहित में इस तरह से नेतृत्व का गुण विकसित होने लगा."
रोहित आईपीएल के सबसे सफल कप्तानों में शुमार हैं. वो डेक्कन चार्जर्स के बाद 2011 में मुंबई इंडियंस से जुड़े और 2013 में टीम के कप्तान बने. उनकी कप्तानी में मुंबई इंडियंस टीम रिकॉर्ड चार बार आईपीएल चैंपियन बनी. ओझा ने करियर में 24 टेस्ट में 113, 18 वनडे में 21 जबकि 6 टी20 इंटरनैशनल मैचों में 10 विकेट लिए हैं.
33 वर्षीय ओझा ने सीमित ओवरों के भारतीय उपकप्तान की तारीफ करते हुए कहा, "मैं मानता हूं कि रोहित हमेशा से एक प्रभावशाली क्रिकेटर रहे हैं. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत में कई अहम पारियां खेली थी जिसमें 2007 विश्व कप के अलावा ऑस्ट्रेलिया दौरा भी शामिल है."
इस पूर्व लेफ्ट आर्म स्पिनर ने कहा, "रोहित उस समय (2009) ज्यादा अनुभवी नहीं थे लेकिन फिर भी वह जिस तरह के विचार रखते थे उससे गिलक्रिस्ट और टीम प्रबंधन काफी प्रभावित हुआ. गिलक्रिस्ट ने कहा था कि रोहित टीम के अगले कप्तान बन सकते हैं."
ओझा खुद भी तीन बार आईपीएल चैंपियन टीम का हिस्सा रहे हैं. उन्होंने 2009 में डेक्कन चार्जर्स के बाद दो बार मुंबई इंडियंस को चैंपियन बनाने में भूमिका निभाई. दोनों टीमों की तुलना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "ये कहना बहुत ही मुश्किल है कि मेरे लिए कौन सी टीम ज्यादा बेहतर है. मैं दोनों टीम के साथ खेला हूं और दोनों टीमें कमाल की है. ऐसे में किसी एक चुन पाना मुश्किल काम है."
भारत के लिए 24 टेस्ट, 18 वनडे और 6 टी20 इंटरनैशनल मैच खेलने वाले ओझा ने कहा, "साल 2009 में एडम गिलक्रिस्ट की कप्तानी में जिस तरह से टीम ने शुरुआती दौर में पिछड़ने के बाद वापसी की थी, वह शानदार था लेकिन मुंबई इंडियंस के साथ भी कई बेहतरीन खिलाड़ी थे और अब भी हैं. यही कारण है कि वह इस लीग में सबसे सफल टीमों में से एक है."