रांची : करिश्माई विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने पर उनके दोस्त और बिजनेस पार्टनर अरूण पांडे ने इस खिलाड़ी की ब्रांड मूल्य के कम होने की बातों को खारिज करते हुए रविवार को कहा किवो अब प्रादेशिक सेना के साथ अधिक समय बिताएंगे. पांडे ने कहा इस साल होने वाले टी20 विश्व कप के 2022 तक टलने के बाद उन्हें पता था कि पूर्व कप्तान धोनी संन्यास कि घोषणा करेंगे लेकिन ये नहीं पता था कि ऐसा स्वतंत्रता दिवस के दिन ही होगा.
पांडे ने कहा कि मुझे पता था किवो जल्द ही ऐसा करेगें लेकिन कब करेंगे ये नहीं पता था. वैसे भी ये उन्हें ही तय करना था. उन्होंने आईपीएल की तैयारी शुरू कर दी थी लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया था और फिर टी-20 विश्व कप को स्थगित कर दिया गया था. वो मानसिक रूप से मुक्त होने की सोच रहे होंगे. उन्होंने कहा कि चूंकि 15 अगस्त सेना के लिए विशेष दिन है, उन्होंने संन्यास के बारे में उस नजरिए से भी सोचा होगा. टी-20 विश्व कप का स्थगित होना निश्चित रूप से इसकी एक वजह होगी क्योंकि उन्होंने इसके लिए योजना बनाई थी.
प्रादेशिक सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद पद पर तैनात धोनी ने शनिवार को इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था. 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में भारतीय टीम के हारने के बाद, उन्होंने पैराशूट रेजिमेंट के साथ एक महीने से अधिक समय तक प्रशिक्षण लिया था. पांडे ने कहा कि एक बात सुनिश्चित है, वह सेना के साथ अधिक समय बिताएगें. वह अपने वाणिज्यिक उपक्रमों और अन्य प्रतिबद्धताओं के लिए भी समय देगें. हम जल्द ही बैठेंगे और आगे का रास्ता तय करेंगे. ज्यादातर मामलों में संन्यास के बाद एक एथलीट की ब्रांड वैल्यू कम हो जाती है, लेकिन पांडे ने जोर देकर कहा कि धोनी के साथ ऐसा नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि विश्व कप (जुलाई 2019 में) के बाद से, हमने 10 नए ब्रांड के साथ करार किया है. यह बढ़ता रहेगा क्योंकि धोनी सिर्फ क्रिकेट के बारे में नहीं हैं, वह एक युवा आइकन हैं. पांडे ने कहा कि ऐसे ज्यादातर मामलों में संन्यास के बाद असर पड़ता है लेकिन धोनी की बात अलग है. उनकी उपलब्धियां व्यक्तिगत नहीं हैं, उनकी उपलब्धियां टीम के लिए और देश के लिए हैं.
पांडे ने कहा कि धोनी इंडियन प्रीमियर लीग के अगले दो या तीन सत्र में खेलेंगे. उन्होंने कहा कि वह कम से कम कुछ औरवर्षों के लिए खेलेंगे. संन्यास के कारण वह अब मानसिक रूप से मुक्त होंगे. उनके इस फैसले के पीछे निश्चित रूप से टी-20 विश्व कप के टलना एक बड़ा कारण रहा. टी-20 विश्व कप का आयोजन इस साल अक्टूबर-नवंबर में होना था लेकिनकोविड-19 महामारी के कारण उसे 2022 तक टाल दिया गया.