नई दिल्ली: भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा है सलाइवा बैन का आदी होने में समय लगेगा. बता दें कि कोविड-19 के कारण आईसीसी ने सलाइवा बैन कर दिया है जिसको लेकर मोहम्मद शमी ने कहा है कि इसका आदी होने में कम से कम एक महीने का समय लगेगा.
शमी ने ये बयान एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में दिया था, जिसे भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर दीप दासगुप्ता ने होस्ट किया था. इस शो के पहले गेस्ट शमी ही थे.
शमी ने कहा
शमी ने कहा, "आप और बाकी के लोग भी इस बात को मानेंगे कि किस भी टीम में पांच गेंदबाज कभी नहीं रहे. सिर्फ अभी नहीं, क्रिकेट के इतिहास में. ये विश्व का सबसे अच्छा तेज गेंदबाजी आक्रमण होगा."
शमी के अलावा भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण में ईशांत शर्मा, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार जैसे नाम शामिल हैं. नई गेंद से गेंदबाजी करने को लेकर शमी ने कहा कि ये मुश्किल चयन होता है.उन्होंने कहा, "हम विराट कोहली से इस पर फैसला लेने को बोलते हैं. लेकिन वो हमेशा कहते हैं कि मुझे इसमें शामिल न करो, आप लोग अपने आप में देख लो. टीम बैठक में हम इस तरह की मस्ती करते हैं. मैं बाकी दोनों को शुरू करने देता हूं, मुझे पुरानी गेंद से गेंदबाजी करने में कोई परेशानी नहीं हैं."सालाइवा बैन पर शमी ने कहा, "सलाइवा का उपयोग करना हमारी आदत में शुमार है. इसे वैक्स या वैसलीन से बदलना काफी मुश्किल होगा. हमें देखना होगा कि बाकी की चीजें किस तरह से काम करती हैं और हमें कम से कम एक महीने का समय चाहिए होगा इसका आदी होने में, नहीं तो इससे निश्चित तौर पर गेंदबाजों को परेशानी होगी."
दीपक ने कहा
इससे पहले भारतीय गेंदबाज दीपक चाहर ने सलाइवा बैन पर अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि सीमित ओवरों के खेल पर सालइवा बैन का ज्यादा असर नहीं पड़ेगा क्योंकि गेंद शुरूआत के कुछ ओवरों तक ही स्विंग करती है.
सचिन का सुझाव
दीपक के अलावा भारतीय दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और ब्रेट ली ने कहा था कि सलाइवा बैन के चलते आईसीसी को टेस्ट क्रिकेट के लिए हर 50 ओवरों में नई गेंद के इस्तेमाल को लेकर सोचना चाहिए.