हैदराबाद: भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि युवा खिलाड़ियों की अनुपस्थिति चेन्नई सुपर किंग्स को आईपीएल 2020 खिताब से दूर रख सकती है.
आईपीएल इतिहास में चेन्नई ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में तीन बार इस खिताब को अपने नाम किया है. सीएसके ने न केवल तीन बार आईपीएल खिताब जीता है, बल्कि वह आईपीएल इतिहास की अकेली ऐसी टीम है जो हर बार प्लेऑफ में पहुंची है. चेन्नई ने 2010, 2011 और 2018 में ट्रॉफी जीती थी.
हालांकि टीम को इसबार काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा हैं. पहले तो खिलाड़ियों और स्टाफ के कोविड पॉजिटिव पाए जाने की वजह से टीम का क्वॉरेंटाइन पीरियड बढ़ा दिया गया. इसके बाद उनके अनुभवी खिलाड़ियों (सुरेश रैना और हरभजन सिंह) ने निजी कारणों का हवाला देते हुए आईपीएल से नाम वापस ले लिया.
सीएसके के खिताब जीतने के संभावनाओं पर गवास्कर ने कहा कि सुरेश रैना और हरभजन सिंह की अनुपस्थिति की कीमत टीम को चुकानी पड़ सकती है.
उन्होंने कहा, ''सुरेश रैना और हरभजन सिंह की अनुपस्थिति एक बड़ा शून्य पैदा करेगी. इन दिग्गजों को रिप्लेस करना आसान नहीं होगा. युवा खिलाड़ी इस मौके पर अपनी मौजूदगी दर्ज करा सकते हैं.''
उन्होंने आगे कहा, ''किसी भी अच्छी आईपीएल टीम में अनुभव और युवाओं का संतुलन होना चाहिए. क्या चेन्नई के पास ऐसे युवा खिलाड़ी हैं जो टीम का स्तर उठा सकें. यह एक बड़ा सवाल है जो चेन्नई सुपर किंग्स को फेस करना है. मुझे लगता है इसी वजह से चेन्नई को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा.''
इसके साथ ही सुनील गावस्कर ने मुरली विजय को पारी की शुरुआत करने की राय दी. उन्होंने कहा कि अंबाती रायडू और महेंद्र सिंह धोनी नंबर 3 और 4 स्थान पर खेल सकते हैं.
गावस्कर ने धोनी के स्वभाव की भी तारीफ की. लेकिन उन्होंने कहा कि सुरेश रैना की क्षमता वाले कम खिलाड़ी हैं, जो अपना 100 फीसदी देते हैं.
उन्होंने कहा, ''अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायर होने के बाद धोनी पर कोई दबाव नहीं है. यह बात उनकी परफॉर्मेंस को बेहतर कर सकती है. सुरेश रैना आईपीएल के मास्टर हैं. वह किसी भी टीम में संतुलन बना सकते हैं. चेन्नई उनकी सेवाएं मिस करेगा.
बता दें कि यूएई के आबू धाबी में 19 सितंबर को चेन्नई सुपर किंग्स को पहला मैच मुंबई इंडियंस से होगा. इस मैच में तीन बार की चैंपियन चार बार की चैंपियन से भिड़ेगी.