मुंबई : भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी क्रुणाल पांड्या ने कहा है कि भारत के पूर्व कोच जॉन राइट ने उन्हें और उनके भाई हार्दिक पांड्या को काफी सपोर्ट किया है. दोनों भाई इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हैं और राइट इस टीम का कोच रह चुके हैं.
क्रुणाल ने कहा, "बीते हुए दिनों की बात है. स्पीड पोस्ट जॉब के लिए सरकारी भर्ती थी और ट्रायल्स के लिए मुझे पत्र भी मिला था. मेरे पिता ने मुझसे कहा कि तुम्हारे पास अच्छा मौका है और तुम महीने में 15-20 लाख रुपये कमा सकते हो. इसलिए तुम्हें जाना चाहिए."
उन्होंने कहा, "ठीक उसी समय मुझे बड़ौदा टीम की ओर से मुश्ताक अली में खेलने के लिए ट्रायल्स भी देने जाना था. मैंने सोचा कि मैंने पिछले दो-तीन साल से काफी मेहनत की है और अब मेरे पास एक नया खिलाड़ी बनने का मौका है."
क्रुणाल ने आगे कहा, " इसलिए मैं स्पीड पोस्ट की नौकरी करने नहीं गया. मैंने एक क्रिकेटर बनना पसंद किया. इसके बाद मैंने उस लेटर को फाड़कर दूर फेक दिया और ट्रायल्स में जाने का फैसला किया. मैंने ट्रायल्स दिया और बेहतरीन प्रदर्शन किया. इसके बाद बड़ौदा टीम के लिए मेरा चयन हो गया. हार्दिक पहले से ही टीम में थे. सैयद मुश्ताक अली के मैच में मुंबई में हुए थे."
भारत के लिए अब तक 18 टी-20 मैच खेल चुके हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा, "तब हम दोनों भाई जॉन राइट की नजर में आए और उन्होंने देखा कि हम दोनों भाई कितने प्रतिभाशाली क्रिकेटर्स हैं. उन्होंने देखा कि हम दोनों बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों कर सकते हैं. इसके बाद उनकी नजर हम पर रहने लगी और वहीं से हमारी जिंदगी बदल गई."
क्रुणाल ने कहा, "मुझे लगता है कि उस लेटर को फाड़ना मेरे लिए काफी अच्छा रहा। अगर मैं ट्रायल्स में नहीं जाता तो आज मेरी जिंदगी दूसरी होती."