नई दिल्ली: भारत के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज दीप दासगुप्ता ने कहा कि हरफनमौला खिलाड़ी रवींद्र जडेजा उसी कतार में खड़े हैं जिसमें इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स हैं.
जडेजा ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने मुश्किल समय पर 57 रनों की पारी खेली और कप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ शतकीय साझेदारी की और फिर गेंद से कुल तीन विकेट लिए.
दीप ने कहा, "अभी वह जिस तरह की बल्लेबाजी कर रहे हैं, उसे देखते हुए यही लगता है कि वह उसी कतार में हैं जिस कतार में बेन स्टोक्स हैं. मैंने यह कहा था कि चेन्नई सुपर किंग्स में उन्हें नंबर-4 पर क्यों नहीं खेलाया जा रहा है. उन्होंने घरेलू क्रिकेट में तिहरे शतक तक जमाए हैं. वहां रन करना आसान नहीं होता."
उन्होंने कहा, "सौराष्ट्र के लिए वह नंबर-4 पर बल्लेबाजी करते हैं, लेकिन भारत के लिए वह नंबर-7 या 8 पर आते हैं. मुझे कई बार लगता है कि उन्होंने अपनी बल्लेबाजी को गंभीरता से नहीं लिया. 2017 में वह टीम से बाहर कर दिए गए थे लेकिन जिस चीज पर उन्होंने काम किया वो यह थी कि वह टीम के लिए उपयोगी खिलाड़ी बनना चाहते थे, सिर्फ गेंद से नहीं बल्कि बल्ले से भी."
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2016 से अगर देखा जाए तो टेस्ट के हरफनमौला खिलाड़ियों में जडेजा का बल्लेबाजी औसत (46.29) और गेंदबाजी औसत (24.97) सबसे ज्यादा है.
दीप ने कहा कि जडेजा हमेशा से अच्छी काबिलियत वाले बल्लेबाज थे, लेकिन अब उन्हें आउट करना और मुश्किल हो गया है.
उन्होंने कहा, "उनके पास हमेशा से योग्यता थी लेकिन इससे पहले वो खराब शॉट्स खेलते थे और आउट हो जाते थे. लेकिन अब वह अपने विकेट को कीमती बना रहे हैं. वह बल्लेबाज की तरह सोच रहे हैं और खेल रहे हैं. मुझे लगता है कि बीते कुछ वर्षो में उनकी बल्लेबाजी में यह बदलाव आया है."