कोलंबो : महेला जयवर्धने ने पहले श्रीलंका के कप्तान और फिर मुंबई इंडियंस के कोच के रूप में काफी सफलता प्राप्त की हैं. जयवर्धने तीन साल से मुंबई इंडियंस के साथ हैं और मुंबई इंडियंस की टीम दो बार खिताब जीत चुकी है.
वे खुद को साबित करें
जयवर्धने ने एक क्रिकेट वेबसाइट से बातचीत में कहा, "ये (अहंकार) होना अच्छा है. इसमें कुछ भी नुकसान नहीं है. ये सिर्फ पहचानने और सुनिश्चित करने की बात है कि वे इसे कैसे आगे बढ़ाएं. हर किसी को इस स्तर का होना चाहिए, क्योंकि वे अच्छे खिलाड़ी हैं. इसलिए आप कोशिश करते हो कि वे खुद को साबित करें. आपको सिर्फ ऐसा करने की जरूरत होती है."
उन्होंने कहा, "ये सभी खिलाड़ियों से पेशेवर तरीके से और सम्मानपूर्वक बात करना होता है. यही टीम संस्कृति होती है जो आप बनाते हो. एक बार जब आप ये संस्कृति बना लेते हो तो किसी एक के लिए इससे आगे जाना मुश्किल हो जाता है."
इसकी कोई सीमाएं नहीं होती
पूर्व कप्तान ने कहा, " बाकी के खिलाड़ी उस व्यक्ति को ग्रुप स्तर से नीचे ले आएंगे. अगर आपने ऐसा अच्छा माहौल नहीं बनाया है तो आपको समस्या हो सकती है क्योंकि इसकी कोई सीमाएं नहीं होती."
मुंबई इंडियंस के कोच ने कहा, " एक बार जब आप संस्कृति बना लेते हैं तो ये काफी आसान हो जाता है. हम उन्हें अपने अंदर अभिव्यक्ति की आजादी भी देते हैं." उनके मार्गदर्शन में मुंबई इंडियंस ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के पिछले तीन चरण में से दो में खिताब अपने नाम किया.