हैदराबाद : 2008 में पहली खिताबी जीत के बाद इस टीम का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा लेकिन पिछले कई सीजनों में अपने आप को अंतिम चार तक पहुंचाने में कामयाब रही है.
इस टीम की खास ताकत है इस टीम के साइलैंट खिलाड़ी, जिनके दर्शन तो छोटे हैं लेकिन कारनामे बहुत बड़े. हालांकि पहली खिताबी जीत के बाद इस टीम के लिए राहें बेहद मुश्किल रही और लगातार चार सीजन तक ये टीम रोबिन राउंड से उपर नहीं जा सकी.
शेन वार्न एक बार फिर टीम के साथ पूरी मजबूती के साथ जुड़ गई है. वार्न के उम्मीद है कि साल 2008 का इतिहास वे एक बार फिर दोहरा सकते हैं.