नई दिल्ली : क्रिकेट की वापसी पर कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए गेंद को चमकाने के लिए सलाइवा और पसीने के उपयोग को बंद करने की बातें चल रही हैं. ईशांत ने हालांकि कहा है कि वह इस बारे में ज्यादा सोच नहीं रहे हैं और इस समय वर्तमान में रहना चाहते हैं.
इसका कोई विकल्प नहीं है आपको इसका आदि होना होगा
ईशांत ने अपनी आईपीएल टीम दिल्ली कैपिटल्स के आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर बात करते हुए कहा, "हम जानते हैं कि क्रिकेट में कुछ बदलावों को लेकर चर्चा चल रही है, लेकिन मुझे लगता है कि क्रिकेटर नए नियमों के आदी हो जाएंगे, चाहे वो जो भी हों. अगर सलाइवा का उपयोग बंद होता है तो आप अपनी इच्छा के अनुसार गेंद चमका नहीं पाओगे, लेकिन इसका कोई विकल्प नहीं है आपको इसका आदी होना होगा."
उन्होंने कहा, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मैं इन सब चीजों के बारे में ज्यादा सोच नहीं रहा. मुझे लगता है कि वर्तमान में रहना जरूरी है बजाए ज्यादा दूर की सोचने." ईशांत ने माना कि वो लॉकडाउन के शुरू में काफी परेशान थे, लेकिन अनुशासन में रहने के लिए उन्होंने अपना कार्यक्रम बदल लिया.
31 साल के इस खिलाड़ी ने कहा, "मैं सुबह पांच बजे उठता हूं और रनिंग सेशन करता हूं और फिर फिट रहने के लिए वर्कआउट करता हूं. मुझे लगता है कि अगर आपको शीर्ष स्तर पर खेलना है तो अनुशासन में रहना ज्यादा जरूरी है."
उन्होंने मुझे पहले दिन से काफी आत्मविश्वास दिया
ईशांत ने साथ ही दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग को अपना सर्वश्रेष्ठ कोच बताया है. 12 साल के अपने करियर में ईशांत पोंटिंग के खिलाफ भी खेले हैं और कई बार उनका विकेट भी लिया है. कैपिटल्स में उन्हें पोंटिंग के मार्गदर्शन में खेलने का मौका मिला.
दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने कहा, "मैं जितने भी कोच से मिला हूं पोंटिंग उसमें सर्वश्रेष्ठ हैं. मैं जब पिछले साल आईपीएल में वापसी कर रहा था तो कापी नर्वस था. मैं ऐसा महसूस कर रहा था कि मैं पहली बार खेलने जा रहा हूं, लेकिन उन्होंने मुझे पहले दिन से काफी आत्मविश्वास दिया."
ईशांत ने बताया, पोंटिंग ने मुझसे कहा कि तुम सीनियर खिलाड़ी हो और तुम्हें युवा खिलाड़ियों की मदद करनी चाहिए. किसी बारे में चिंता मत करो, तुम मेरी पहली पसंद हो."