हैदराबाद: पिछले काफी समय से भारतीय क्रिकेट में ये चर्चा चल रही है कि राष्ट्रीय टीम में एक नहीं बल्कि दो अलग-अलग कप्तान होने चाहिए. इस पर जब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कपिल देव से उनकी राय मांगी गई तो उन्होंने कहा कि 'एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में दो सीईओ नहीं हो सकते'.
हाल में ही मुंबई इंडियंस ने रोहित शर्मा की अगुवाई में शानदार खेल दिखाते हुए आईपीएल-13 की ट्रॉफी जीतकर अपने नाम की थी. रोहित के टूर्नामेंट जीतने के साथ ही राष्ट्रीय टीम के अलग अलग कप्तानों को लेकर बहस बढ़ गई थी और क्रिकेट के कई जानकारों ने एक सुर में कहा था कि रोहित को टी-20 टीम का कप्तान बना देना चाहिए.
कपिल ने आनलाइन समारोह में कहा, ''हमारी संस्कृति में इस तरह नहीं हो सकता. क्या एक कंपनी में आप दो सीईओ बनाते हो? नहीं. हालांकि मैं देखना चाहता हूं कि अन्य खिलाड़ी भी आगे आएं. लेकिन यह मुश्किल है.''
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उन्होंने कहा, ''सभी प्रारूपों में हमारी 70 से 80 प्रतिशत टीम समान है. उन्हें अलग अलग विचारों वाले कप्तान पसंद नहीं है. अगर आप दो कप्तान रखोगे तो खिलाड़ी सोच सकते हैं कि वह टेस्ट में मेरा कप्तान होगा. मैं उसे नाराज नहीं करूंगा.''
बताते चलें कि, दो कप्तानों की बहस सिर्फ आईपीएल-13 के बाद से नहीं एक लंबे समय से चल रही है. रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी में पांच आईपीएल खिताब जीते है, जबकि विराट कोहली आज तक एक भी आईपीएल टाइटल नहीं जीत सके.