लंदन : गिब्सन ने कहा, "व्यक्तिगत रूप से मैं सोचता हूं कि डिविलियर्स से ज्यादा अन्य लोग चाहते थे कि वे टीम में वापस आ जाएं. अगर वे यहां आना चाहते तो यहां होते. "
विश्वकप में दक्षिण अफ्रीका के खराब प्रदर्शन के बाद ये खुलासा हुआ था कि डिविलियर्स ने चयन समिति के सामने प्रतियोगिता में खेलने का प्रस्ताव रखा था, जिसे समिति ने खारिज कर दिया. उन्होंने मई 2018 में संन्यास लिया था इसलिए वे टूर्नामेंट के लिए टीम में शामिल किए जाने के योग्य नहीं हैं.
निर्णय बदलने में बहुत देर कर दी
गिब्सन ने कहा कि उस समय उनकी पहली प्रतिक्रिया यहीं कि डिविलियर्स "तुमने अपना निर्णय बदलने में बहुत देर कर दी." गिब्सन ने कहा, "दरवाजे दिसंबर तक खुले थे. वे जानते थे कि अगर उन्हें वापसी करनी है तो पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ होने पहले 10 मैच हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि मार्च से लेकर विश्वकप तक हम कोई और मैच नहीं खेलेंगे. वे ये जानते थे फिर भी उन्होंने अपना निर्णय लिया."
उन्होंने गलत निर्णय लिया है
गिब्सन ने बताया कि जिस दिन डिविलियर्स ने संन्यास लेने की घोषणा की थी, उस दिन भी उन्होंने खिलाड़ी से बात की थी. उन्होंने कहा, "मैं नहीं समझता कि आपको किसी खिलाड़ी से विनती करनी चाहिए कि वे अपने देश के लिए खेलें, लेकिन मैंने उनसे ये जरूर कहा था कि उन्होंने गलत निर्णय लिया है और वे विश्वकप जीतने में हमारी मदद कर सकते हैं. उन्होंने मुझ से कहा कि वे अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं और फिर बात वहीं खत्म हो गई."