नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का बचाव करते हुए कहा कि निचले क्रम पर आना जिम्मेदारी से भागना नहीं है.
धोनी ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ हुए मैच में सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थे और इसके बाद टीम को 16 रन से हार का सामना करना पड़ा था. इस फैसले से धोनी की काफी आलोचना भी हुई थी.
आकाश चोपड़ा ने अपने कॉलम में लिखा, 'मुझे लगता है कि पहले दो मैचों में निचले क्रम पर आना जिम्मेदारी से भागना नहीं है बल्कि वह चेन्नई के लिए अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ करते हुए उसे जीत तक ले जाना चाहते हैं. धोनी को लगा कि वह टीम को जीत तक नहीं ले जा पाएंगे.'
उन्होंने आगे लिखा, ''यह सच है कि धोनी पिछले 14 माह से प्रतियोगी क्रिकेट नहीं खेले हैं. राजस्थान रॉयल्स के साथ मैच के बाद धोनी ने स्वीकार किया कि वह रंग में नहीं थे. लंबा क्वारंटाइन पीरियड भी उनकी कोई मदद नहीं कर पाया.''
उन्होंने लिखा, 'धोनी के बारे में यह अच्छी बात है कि वह सच को स्वीकार करते हैं. वह जानते हैं कि इस समय वह आत्मविश्वास खोए हुए खिलाड़ी हैं और सही निर्णय नहीं ले पा रहे हैं. साहस और मूर्खता के बीच बहुत महीन रेखा होती है और यही रेखा सतर्कता और डर के बीच होती है.'
आकाश चोपड़ा ने कहा, ''इस टूर्नामेंट की शुरुआत धोनी ने बिना किसी फॉर्म के की. उन्होंने अच्छी तैयारी की थी, जिसकी बदौलत वह अंतिम ओवर में तीन छक्के लगा पाए. इसके चलते टीम का स्कोर 200 तक पहुंचा. मुझे लगता है कि धोनी जल्द ही खुद को सही जगह पर प्लेस करेंगे और जीत में अहम योगदान देंगे.''
बता दें कि इस सीजन के पहले मुकाबले में सीएसके ने पहले मैच में मुंबई को 5 विकेट से हराया था. इसके बाद उन्हें राजस्थान से 16 रनों से हार का सामना करना पड़ा था.