नई दिल्ली: ऐसे समय में जब ज्यादातर युवा क्रिकेटर टी20 लीग में खेलकर जल्दी से जल्दी पैसा कमाना चाहते हैं, तब वेस्टइंडीज के पांच दिवसीय प्रारूप में खेलने वाले सबसे भारी भरकम 140 किग्रा वजन के गेंदबाज रहकीम कॉर्नवाल की प्राथमिकताएं बिलकुल स्पष्ट हैं.
यह 27 साल का स्पिनर अपने टेस्ट करियर को मजबूत करना चाहता है जिसमें उन्होंने हालांकि अभी तक महज तीन मैच खेले हैं और अगर उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) जैसी लीग में खेलने का मौका मिलता है तो यह उनके लिए बोनस होगा.
त्रिनिदाद से बात करते हुए कॉर्नवाल ने टेस्ट क्रिकेट के प्रति अपनी प्रतिबद्धता बताई. वह कैरेबियाई प्रीमियर लीग में सेंट लूसिया जोक्स के लिए गेंद और बल्ले दोनों से प्रभावित कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, "अगर मैं टी20 प्रारूप खेल सकता हूं और दुनिया भर की यात्रा करके लीग में खेलता हूं तो यह अच्छा होगा लेकिन मेरा लक्ष्य सबसे सफल टेस्ट खिलाड़ियों में से एक बनना है."
कॉर्नवाल ने कहा, "टेस्ट क्रिकेट खेलना क्रिकेट कला है, हर कोई टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता है और इसमें अच्छा करना चाहता है. मैं इस प्रारूप में खेल चुका हूं और मैं सिर्फ यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि मुझे वही मिले जिसकी मैं टेस्ट क्रिकेट में तलाश कर रहा हूं और जब मेरा संन्यास लेने का समय आए तो मुझे किसी चीज का पछतावा नहीं हो."
वेस्टइंडीज को पिछले 10 वर्षों में सबसे ज्यादा सफलता छोटे प्रारूप में मिली है और उसके कुछ खिलाड़ी दुनिया भर की टी20 लीगों में खेलकर शोहरत और धन कमा रहे हैं.
कॉर्नवाल भी टी20 में इसी तरह का धमाल करने को तैयार हैं लेकिन तब तक वह टेस्ट क्रिकेट में अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर लेते, तब तक नहीं. पिछले साल जमैका में भारत के खिलाफ अपने टेस्ट पदार्पण में इस ऑफ स्पिनर ने चेतेश्वर पुजारा सहित तीन विकेट चटकाए थे.
उन्होंने कहा, "अगर मुझे दुनिया भर में अलग अलग लीग खेलने का मौका मिलता है तो यह मेरे लिए बोनस होगा लेकिन मेरा मुख्य लक्ष्य अपने टेस्ट करियर को आगे बढ़ाते रहने का होगा."