हैदराबाद : भारत और विंडीज के बीच खेली गई तीन वनडे मैचों की सीरीज का आखिरी और निर्णनायक मुकाबला कटक के बाराबाती स्टेडियम में खेला गया जिसमें भारत ने 4 विकटों से जीत हासिल कर वनडे सीरीज भी अपने नाम की. इस मैच के मैन ऑफ दा मैच रहे विराट कोहली और मैन ऑफ दी सीरीज रहे रोहित शर्मा.
मैच के बाद प्रेस कॉनफ्रेंस में जीत का चौका लगाने वाले रविंद्र जडेजा ने कई बातों पर रोशनी डाली. जहां उन्होंने कैच छोड़ने से लेकर मैच पर ओस के असर पर संवाददाताओं से बात की.
जडेजा ने मैच में अपनी पारी को लेकर कहा, "मुझे लगता है कि मैनें काफी महत्वपूर्ण पारी खेली क्योंकि ये निर्णायक मुकाबला था. जब मैं बल्लेबाजी करने उतरा तो मेरी मानसिकता थी कि मुझे विराट के साथ बल्लेबाजी करनी है और विकेट भी काफी अच्छा था जिसपर एक रन दो रन लेना इतना मुश्किल नहीं था."
ओस पर जडेजा ने कहा, "ओस काफी थी. 15 - 20 ओवरों के बाद ओस ने मैच पर असर डालना शूरू कर दिया था. एक गेंदबाज के तौर पर मैं मानता हूं कि आखिर के 10 ओवर काफी मुश्किल थे. बॉल ग्रीप नहीं कर पा रहे थे और आउटफील्ड तेज हो चुका था कि आप बॉल को मिस नहीं कर सकते नहीं तो फिर वो चौके के लिए जाती नजर आएगी."
विकेट को लेकर जडेजा ने कहा, "मैं और विराट बात कर रहे थे कि विकेट बल्लेबाजी के लिए काफी अच्छा है तो वो (विराट) कह रहे थे कि मैं खेलता रहूं और वो गेम फिनीश करने की कोशिश करें लेकिन बदकिस्मती से वो आउट हो गए."
केच छूटने पर बोले, "पता नहीं पर ये होने नहीं चाहिए क्योंकि टी-20 और वनडे दोनों सीरीज में कैच छूटे हैं. हमारी टीम युवा है हमारी फील्डिंग का स्टैंडर्ड काफी ऊंचा होना चाहिए ऐसे में कैच छूटने नहीं चाहिए. अगली सीरीज में कैचिंग के ऊपर और ध्यान देंगे और गीली बॉल से कैचिंग की प्रैक्टिस करेंगे जैसा की श्रेयस ने कहा है कि रात के समय तक ओस आ ही जाती है तो मेरे खयाल से ये बेहद जरूरी है. खासकर सीमित ओवर के खेल में किसी बड़े बल्लेबाज का अगर आप कैच छोड़ दें तो आप मैच भी हार सकते हैं."