नई दिल्ली/गाजियाबाद: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने जगन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. नायडू ने दावा किया है कि जगन सरकार में तिरुपति बालाजी मंदिर में बनने वाले लड्डू प्रसाद में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया. एनडीडीबी काल्फ लैब की रिपोर्ट में वाईएसआरसीपी शासन के दौरान इस्तेमाल घी में पशु चर्बी की मौजूदगी की पुष्टि हुई है. तिरुपति लड्डू प्रसाद में मिलावट की रिपोर्ट आने के बाद देश में हलचल मच गई है.
पूर्व कांग्रेस नेता और कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्ण ने इस मामले पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि सनातन के खिलाफ यह षड्यंत्र है. अब तक सिर्फ सनातन को खत्म करने की कोशिश हो रही है, लेकिन अब सनातन को भ्रष्ट करने की भी कोशिश की जा रही है. कृष्णम ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह साजिश हो रही है. विदेशी ताकत भारत को बर्बाद करना चाहती है. लेकिन विदेशी ताकतों को मालूम है कि भारत को तब तक बर्बाद नहीं किया जा सकता, जब तक सनातन को ना मिटा दिया जाए.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सनातन को मिटाने की साजिश: आचार्य प्रमोद कृष्णम ने दावा किया है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सनातन को मिटाने की जो साजिश हो रही है, उसमें भारत के ही कुछ राजनीतिक दल शामिल हैं. इस साजिश में देश की राजनीतिक नेता शामिल है, उसी का यह परिणाम है. अब तो दूध का दूध और पानी का पानी हो चुका है. उस समय वाईएसआर कांग्रेस की सरकार थी और हम जगन मोहन रेड्डी को सोचते थे कि वह हिंदू है. लेकिन उन्होंने हिंदुओं के साथ छल किया है. यह घोर पाप है इसका प्रायश्चित करना बेहद मुश्किल है.
सनातनी लोगों को एक होना पड़ेगा: आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि अब समय आ गया है कि सनातन को बचाने के लिए पूरे सनातन को एक होना पड़ेगा. भारत में सनातन की रक्षा के लिए कोई एक ऐसी संस्था बनाई जाए जो तमाम मंदिरों और सनातन के केंद्रों की अच्छी तरह से देखरेख कर सके. देश के लोगों के साथ धोखा किया जा रहा है. तिरुपति बालाजी मंदिर सनातन धर्म की आस्था का प्रमुख केंद्र है.
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