नई दिल्ली : पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा है कि उन्हें 2006 में फैसलाबाद में हुए टेस्ट मैच में महेंद्र सिंह धोनी को बीमर नहीं फेंकनी चाहिए थी. अख्तर ने कहा कि उन्होंने ऐसा पहली बार जानबूझकर किया था और इसके बाद उन्होंने धोनी से माफी भी मांग ली थी.
अख्तर ने यूट्यूब चैनल के शो पर कहा, "मुझे लगता है कि मैंने फैसलाबाद में 8-9 ओवरों का स्पेल फेंका था. मैंने वो स्पेल काफी जल्दी किया था और धोनी ने शतक जमाया था. मैंने उन्हें जानबूझकर बीमर फेंकी है और इसके बाद उनसे माफी मांगी."
पूर्व गेंदबाज ने कहा, "उस दिन मैंने पहली बार जानबूझकर बीमर फेंकी. मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था. मैं इस पर बाद में काफी पछताया। वह शानदार खेल रहे थे और विकेट काफी धीमी थी. मैं चाहे कितनी भी तेज फेंक लूं वो मारे जा रहे थे. मैं परेशान हो गया था." धोनी का फैसलाबाद में बनाया गया शतक टेस्ट में पहला शतक था.
इससे पहले पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर, मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद को 12वें खिलाड़ी के रूप में अपनी सेवाएं देते हुए देखकर भड़क गए. मैच के दूसरे दिन गुरुवार को पाकिस्तानी पारी के 71वें ओवर में सरफराज 12वें खिलाड़ी की तरह ड्रिंक्स और बल्लेबाज के लिए जूते ले जाते हुए दिखाई दिए. इसके बाद अख्तर ने पूर्व कप्तान से ऐसा करवाने पर टीम प्रबंधन की कड़ी आलोचना की.