देहरादून: राशिद खान ने अपनी निजी जिंदगी के बारे में खुलासा करते हुए कहा कि मैं जब भी घर पर फोन से बात करता हूं तो मेरी मां हमेशा शादी के बारे में पूछती है. अफगानिस्तान और ऑयरलैंड के बीच देहरादून के राजीव गांधी स्टेडियम में तीन टी-20, 5 वनडे और 1 टेस्ट मैच की सीरीज खेली जा रही है.
अफगानिस्तान से निकलकर बाहर क्रिकेट खेलना कैसा रहा ?
कोई सपने में भी नहीं सोच सकता था कि अफगानिस्तान से निकलकर वर्ल्ड क्रिकेट में नंबर वन बनूंगा, सभी लीग खेलूंगा. ये सब मेरे दिमाग में चल ही नहीं रहा था. मैं गर्व महसूस करता हूं कि अफगानिस्तान से निकलकर ऐसी जगहों पर प्रदर्शन करना. ये बहुत मुश्किल और चैंलेज भी हैं. मैंने मेहनत बहुंत ज्यादा की थी और उसका फल भी मिला.
क्या आपको पता था कि क्रिकेट में कामयाबी मिलेगी?
उस समय काफी मुश्किल था. घर से भी खेलने की इजाजत नहीं मिलती थी. वहां पर कुछ सुविधा नहीं थी. ना तो क्रिकेट ग्राउट थे. ना तो खेलने के सामान थे. जब टी-20 इंटरनेशनल में अफगानिस्तान खेलने आई तो घर से भी सबको खेलने की अनुमति मिलनी शुरु हो गई. उसके बाद अपनी मेहनत से इस मुकाम तक पहुंचे.
अफगानिस्तान में क्रिकेट की परिभाषा बदल दी है?
जी, बिल्कुल अब अफगानिस्तान में क्रिकेट का कल्चर बदल गया है. ये सब सीनियर खिलाड़ियों की मेहनत का फल है. मोहम्मद नबी, असगर, रईस अहमद, दौलत अहमद और सभी सीनियर की वजह से अफगानिस्तान की टीम इस मुकाम तक पुहंची है.
पैसा है क्रिकेट अच्छा खेल रहे हैं शादी के बारे में कूछ सोचा है?
नहीं अभी तक कुछ नहीं सोचा शादी के बारे में, फैमिली से भी यही बात हुई थी कि अभी मुझे सिर्फ क्रिकेट खेलना है. जब किस्मत में होगी शादी हो जाएगी. 5 से 6 साल तक क्रिकेट पर फोकस हैं. घर पर भी जब फोन पर बात होती है तो शादी के बारे में पूछा जाता है खासकर मां पूछती है. मैंने कहां अभी क्रिकेट खेलनी है. मैने कहा मेरा छोटा भाई करे ले मैं बाद में करुगा.