ETV Bharat / sports

EXCLUSIVE: 'वसीम अकरम बनना चाहते थे कुलदीप यादव', जानिए कैसे बने चाइनामैन?

author img

By

Published : Mar 14, 2020, 12:51 PM IST

कुलदीप यादव के बचपन के कोच कपिल पांडे ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि किस तरह कुलदीप को उन्होंने चाइनामैन बनने की सलाह दी साथ ही उन्होंने बताया कि कुलदीप किस तरह टी-20 विश्व कप की तैयारियां कर रहे हैं.

EXCLUSIVE
EXCLUSIVE

कानपुर : भारतीय क्रिकेट टीम के युवा स्पिनर कुलदीप यादव के बचपन के कोच कपिल पांडे ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की है. उन्होंने इस दौरान कुलदीप से जुड़ी कई बातें बताई हैं. उन्होंने बताया है कि कुलदीप पहली बार उनके कब मिले और किस तरह वे चाइनामैन बने. कोच कपिल पांडे ने बताया कि कुलदीप तेज गेंदबाज बनना चाहते थे.

कुलदीप यादव के बचपन के कोच कपिल पांडे से खास बातचीत

कुलदीप यादव पहली बार कब आपसे मिले?

कोच कपिल पांडे ने कहा,"पहली बार साल 2004-05 में उसके पिता यहां लेकर आए थे. वो तब 10 साल का था." उन्होंने आगे कहा,"एक दुबला-पतला बच्चा था वो जो तेज गेंदबाज था. जब मैंने उसको 4-5 महीने बाद अभ्यास करवाया तब मैंने उससे पूछा कि मीडियम पेसर्स में क्या बनना चाहते हो तो कुलदीप के ये शब्द थे कि मैं वसीम अकरम बनना चाहता हूं. तब मैंने उनको कहा था कि तुम्हारी बिल्ड ऐसी अच्छी नहीं है तो तुम स्पिन डालो. जब मैंने उसको ये कहा था तो वो नाराज हो गया लेकिन उसको कहा था कि तुमको बॉल डालनी है तो स्पिन डालो, तब उसने जो पहली गेंद डाली वो चाइनामैन गेंद थी. उससे वो आज चाइनामैन के नाम से जाना जा रहा है."

कुलदीप यादव और कोच कपिल पांडे
कुलदीप यादव और कोच कपिल पांडे

कुलदीप जब कानपुर आते हैं तो साथ में कितना समय बिताते हैं?

कपिल पांडे ने बताया,"जब वो फ्लाइट में बैठता है तो वो फोन कर देता है और हम प्लान बना लेते हैं. कभी-कभी वो कानुपर आते ही घर आता है और सीधे ग्राउंड पर आ जाता है. पहले दिन भले ही प्रैक्टिस न करे लेकिन ग्राउंड में जरूर पहुंचता है फिर अगले दिन हम अभ्यास शुरू करते हैं. वो बहुत ही डेडिकेटेड है अपने गेम को लेकर और बहुत ही डिसिप्लिन है. जिस खिलाड़ी में क्रिकेट को लेकर समर्पण होगा, वो जरूर इंडिया के लिए खेलेगा."

कुलदीप यादव
कुलदीप यादव

पहली बार देखते ही समझ गए थे कि बहुत आगे जाएंगे कुलदीप?

उन्होंने कहा,"जब वो पहली बार मीडियम पेस फेंक रहा था तब नहीं लगा था कि वो भारत के लिए खेलेगा. जब उसने स्पिन डालना शुरू किया तब तीन-चार महीने बाद पता चला कि वो शानदार खिलाड़ी तब मुझे लगा कि वो शानदार खिलाड़ी है और जरूर देश के लिए खेलेगा."

वसीम अकरम
वसीम अकरम

टूर्नामेंट खेलने विदेश जाते हैं तो फोन पर क्या बातें होती हैं?

कोच ने बताया,"जब भी वो बाहर जाते हैं तो हम फोन पर अक्सर बातचीत करते रहते हैं कि कैसे बॉल डालनी है और किस बल्लेबाज को कैसे गेंद डालनी है. मैं हमेशा उनको चेतावनी देता हूं कि प्रैक्टिस करते रहना और लग कर खेलना."

EXCLUSIVE: कुलदीप यादव ने कहा- टी-20 विश्व कप के लिहाज से IPL 2020 उनके लिए अहम

टी-20 विश्व कप के लिए खास तैयारियां

कुलदीप यादव और कोच कपिल पांडे
कुलदीप यादव और कोच कपिल पांडे

कपिल पांडे ने कहा,"लेंथ पर काफी काम किया. स्पॉट बॉलिंग पर काम किया और उनकी फिटनेस पर काम किया है. वो अब काफी फिट हैं और उनकी फील्डिंग पर भी काम किया है और बल्लेबाजी पर भी हमने किया है. उम्मीद करते हैं कि वहां वो बल्लेबाजी भी अच्छी करेंगे और देश का नाम रोशन करेंगे."

कानपुर : भारतीय क्रिकेट टीम के युवा स्पिनर कुलदीप यादव के बचपन के कोच कपिल पांडे ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की है. उन्होंने इस दौरान कुलदीप से जुड़ी कई बातें बताई हैं. उन्होंने बताया है कि कुलदीप पहली बार उनके कब मिले और किस तरह वे चाइनामैन बने. कोच कपिल पांडे ने बताया कि कुलदीप तेज गेंदबाज बनना चाहते थे.

कुलदीप यादव के बचपन के कोच कपिल पांडे से खास बातचीत

कुलदीप यादव पहली बार कब आपसे मिले?

कोच कपिल पांडे ने कहा,"पहली बार साल 2004-05 में उसके पिता यहां लेकर आए थे. वो तब 10 साल का था." उन्होंने आगे कहा,"एक दुबला-पतला बच्चा था वो जो तेज गेंदबाज था. जब मैंने उसको 4-5 महीने बाद अभ्यास करवाया तब मैंने उससे पूछा कि मीडियम पेसर्स में क्या बनना चाहते हो तो कुलदीप के ये शब्द थे कि मैं वसीम अकरम बनना चाहता हूं. तब मैंने उनको कहा था कि तुम्हारी बिल्ड ऐसी अच्छी नहीं है तो तुम स्पिन डालो. जब मैंने उसको ये कहा था तो वो नाराज हो गया लेकिन उसको कहा था कि तुमको बॉल डालनी है तो स्पिन डालो, तब उसने जो पहली गेंद डाली वो चाइनामैन गेंद थी. उससे वो आज चाइनामैन के नाम से जाना जा रहा है."

कुलदीप यादव और कोच कपिल पांडे
कुलदीप यादव और कोच कपिल पांडे

कुलदीप जब कानपुर आते हैं तो साथ में कितना समय बिताते हैं?

कपिल पांडे ने बताया,"जब वो फ्लाइट में बैठता है तो वो फोन कर देता है और हम प्लान बना लेते हैं. कभी-कभी वो कानुपर आते ही घर आता है और सीधे ग्राउंड पर आ जाता है. पहले दिन भले ही प्रैक्टिस न करे लेकिन ग्राउंड में जरूर पहुंचता है फिर अगले दिन हम अभ्यास शुरू करते हैं. वो बहुत ही डेडिकेटेड है अपने गेम को लेकर और बहुत ही डिसिप्लिन है. जिस खिलाड़ी में क्रिकेट को लेकर समर्पण होगा, वो जरूर इंडिया के लिए खेलेगा."

कुलदीप यादव
कुलदीप यादव

पहली बार देखते ही समझ गए थे कि बहुत आगे जाएंगे कुलदीप?

उन्होंने कहा,"जब वो पहली बार मीडियम पेस फेंक रहा था तब नहीं लगा था कि वो भारत के लिए खेलेगा. जब उसने स्पिन डालना शुरू किया तब तीन-चार महीने बाद पता चला कि वो शानदार खिलाड़ी तब मुझे लगा कि वो शानदार खिलाड़ी है और जरूर देश के लिए खेलेगा."

वसीम अकरम
वसीम अकरम

टूर्नामेंट खेलने विदेश जाते हैं तो फोन पर क्या बातें होती हैं?

कोच ने बताया,"जब भी वो बाहर जाते हैं तो हम फोन पर अक्सर बातचीत करते रहते हैं कि कैसे बॉल डालनी है और किस बल्लेबाज को कैसे गेंद डालनी है. मैं हमेशा उनको चेतावनी देता हूं कि प्रैक्टिस करते रहना और लग कर खेलना."

EXCLUSIVE: कुलदीप यादव ने कहा- टी-20 विश्व कप के लिहाज से IPL 2020 उनके लिए अहम

टी-20 विश्व कप के लिए खास तैयारियां

कुलदीप यादव और कोच कपिल पांडे
कुलदीप यादव और कोच कपिल पांडे

कपिल पांडे ने कहा,"लेंथ पर काफी काम किया. स्पॉट बॉलिंग पर काम किया और उनकी फिटनेस पर काम किया है. वो अब काफी फिट हैं और उनकी फील्डिंग पर भी काम किया है और बल्लेबाजी पर भी हमने किया है. उम्मीद करते हैं कि वहां वो बल्लेबाजी भी अच्छी करेंगे और देश का नाम रोशन करेंगे."

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.