हैदराबाद: 2017 में भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को दूसरी बार विश्व कप के फाइनल में पहुंचने के बाद भारतीय महिला क्रिकेट टीम को नोटिस करने पर मजबूर कर दिया. विश्व कप ट्रॉफी नहीं उठाने के बावजूद, भारत में महिलाओं के क्रिकेट के लिए पहली बार क्रांति देखने को मिली.
ईटीवी भारत ने इसी विषय पर इंग्लैंड विश्व कप विजेता कोच मार्क रॉबिन्सन के साथ एक विशेष बातचीत में उनसे इस बारे में उनकी राय ली तो मार्क ने कहा, "भारत एक पावरहाउस है. भारत में टीवी दर्शक की संख्या काफी ज्यादा है."
रॉबिन्सन ने कहा, "तथ्य ये है कि भारत फाइनल में पहुंचा और प्रतियोगिता में इतना अच्छा किया. मुझे लगता है कि उस मैच ने भारत और विश्व क्रिकेट को बहुत कुछ दिया है."
53 साल के मार्क ने कहा कि हालांकि विश्व कप जीतने से भारतीय टीम में आत्मविश्वास और भी बढ़ जाता.
रॉबिन्सन ने इस बात पर और भी जोर देकर कहा कि "महिला क्रिकेट में निवेश के मामले में भारत एक विशाल बाजार है."
इसके अलावा भारत की महिला टी 20 चैलेंजर और ऑस्ट्रेलियाई महिला बिग बैश लीग के बीच की तारीखों के टकराव के बारे में पूछे जाने पर, रॉबिन्सन ने एक कहा कि ये WIPL और WBBL के बीच डेट क्लैश महिला क्रिकेट के लिए आदर्श नहीं है. ये खेल के लिए आदर्श नहीं है. ये एक आदर्श समय या स्थिति नहीं है.
हालांकि, रॉबिन्सन ने आगे जोर देकर कहा कि महिला टी20 चैलेंजर्स की तारीखों पर निर्णय लेने से पहले भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने शारजाह में सभी लॉजिस्टिक मुद्दों और बुनियादी ढांचे के बारे में सोचा होगा.
इंग्लैंड की पूर्व महिला क्रिकेट टीम की कोच जिन्होंने 2017 में इंग्लैंड महिला टीम को विश्व कप गौरव के लिए निर्देशित किया था, उन्होंने कहा कि इन सभी मुद्दों के कारण पुरुषों की इंडियन प्रीमियर लीग के अंत में महिला आईपीएल का आयोजन करना "सबसे सरल और आसान तरीका" था.
रॉबिन्सन ने ये भी कहा कि "जब महिला बिग बैश लीग चल रही है तो महिला IPL खेलना आईडियल नहीं है. लेकिन कम से कम ये लीग हो तो रही है."
53 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, "ये उन खिलाड़ियों के लिए भी एक मौका है, जो महिलाओं की बिग बैश लीग का हिस्सा नहीं हो सकें हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ये क्रिकेटरों के लिए एक अवसर खोल रहा है."